Edited By Rakhi Yadav, Updated: 06 Oct, 2018 08:01 PM
सरकार जंहा महिलाओं को हर सुविधा देने का दम भर रही है। वंही जिला स्वास्थ्य विभाग सरकार के आदेशों को पलीता लगा रहा है। शुक्रवार को जिला अस्पताल मांडीखेड़ा के गायनी वार्ड में साकरस गांव की डिलीवरी कराने आई....
नूंह मेवात(ऐके बघेल): सरकार जंहा महिलाओं को हर सुविधा देने का दम भर रही है। वंही जिला स्वास्थ्य विभाग सरकार के आदेशों को पलीता लगा रहा है। शुक्रवार को जिला अस्पताल मांडीखेड़ा के गायनी वार्ड में साकरस गांव की डिलीवरी कराने आई एक महिला को दाखिल करने के बजाय जबरन रैफर करने के बहाने अस्पताल से बाहर कर दिया,उसके बाद गर्भवती महिला ने वार्ड से चंद कदम दूरी से अस्पताल के दरवाजे पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। इस शर्मनाक घटना को देख कर आस-पास के लोगों ने कपड़े लगा कर महिला की डिलीवरी कराने पर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ लोगो मे रोष फैला हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार साकरस गांव की गर्भवती महिला शुक्रवार लगभग 1 बजे जिला अस्पताल के गायनी वार्ड में डिलीवरी कराने आई थी। वार्ड में मौजूद नर्सो ने उस महिला को बिना जांच किये ही गायनी से वापिस बेरिंग लौटा दिया कि अभी बच्चा होने की सम्भावना नही है । महिला के साथ आये उसके पति व अन्य तीमारदार गायनी स्टाफ के सामने काफी गिड़-गिदाएं, लेकिन नर्सो को दिल में दर्द से तड़पती महिला पर रहम नही आया।
दर्द से तड़पती महिला जब अस्पताल के दरवाजे पर पहुंची तो दर्द और बढ़ गया। गर्भवती महिला अस्पताल के दरवाजे पर बेहोश हो कर गिर पड़ी, गर्भवती महिला ने तड़प-तड़प कर अस्पताल के दरवाजे पर ही एक लड़का को जन्म दे दिया। महिला की हालत को देखकर आस-पास मौजूद लोगों ने कपड़े डाल कर महिला की डिलिवरी कराई,लेकिन गायनी वार्ड में मौजूद नर्सो व डॉक्टर स्टाफ ने महिला की ओर ध्यान नही दिया। इस घटना के बाद से लोगो मे रोष वयाप्त है।
मोके पर मौजूद मोहर खां साकरस , अहसाननीमखेड़ा ,मजीद साकरस ने बताया कि इस शर्मनाक घटना के बाद लोगो मे गायनी वार्ड स्टाफ के प्रति रोष वयाप्त हो गया। लोगो के विरोध करने पर काफी देर बाद गायनी वार्ड की नर्स महिला के पास आई और उसे गायनी वार्ड में दाखिल किया। लोगों ने बताया कि अस्पताल के उच्चाधिकारियों की लापरवाही के कारण गायनी में बिना उपचार दिए इसी तरह डिलीवरी कराने आई महिलाओं के साथ रोजाना व्यवहार होता है। तीमारदार जब विरोध करते है तो उनके मरीज को किसी न किसी बहाने वार्ड से रैफर या बैरंग लौटा दिया जाता है ।