Edited By Manisha rana, Updated: 11 Dec, 2023 01:38 PM
हरियाणा के फरीदाबाद जिले से अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक दंपती ने जन्म के बाद मौत में भी साथ निभाया है। पहले पत्नी ने दुनिया को अलविदा कहा और उसके ठीक 40 मिनट के बाद पति ने भी अपने प्राण त्याग दिए।
फरीदाबाद (अनिल राठी) : हरियाणा के फरीदाबाद जिले से अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक दंपती ने जन्म के बाद मौत में भी साथ निभाया है। पहले पत्नी ने दुनिया को अलविदा कहा और उसके ठीक 40 मिनट के बाद पति ने भी अपने प्राण त्याग दिए। लंबा दायत्व जीवन व्यतीत करने के बाद दोनों की एक साथ विदाई हुई। जिसके बाद परिजनों ने ढोल- नगाड़ों के साथ श्मशान घाट तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली। दोनों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।
बता दें कि 73 साल पहले फतेहपुर गांव के रहने वाले चांदीराम ने भगवती देवी से धूम धड़ाके से शादी की थी और जिसके बाद कई साल बाद एक पुत्र और चार पुत्रियां हुई। दोनों का प्रेम इतना गहरा था कि 90 साल की उम्र तक दोनों कभी एक दूसरे से अलग नहीं हुए। वहीं अपने बेटे और पोतों को भी वह हमेशा एक ही बात कहते थे कि हम दोनों साथ जियेंगे और साथ ही मरेंगे। यह हमारा पहला जन्म है, इसके आगे भी हम दोबारा जन्म लेकर इसी तरीके से साथ रहेंगे।
स्कूल से अध्यापक के पद से रिटायर हुए थे चांदीराम
आपको बता दें कि चांदीराम गांव कोराली स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल से अध्यापक के पद से रिटायर हुए थे। उनकी धर्मपत्नी भगवती देवी गृहणी थी। चांदीराम के पुत्र रतन गोड भी ऊंचा गांव स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में अध्यापक के पद पर तैनात है। रिटायरमेंट के बाद भी चांदीराम ने पढ़ना लिखना नहीं छोड़ा। वह उपन्यास और गीता का पाठ लगातार करते रहते थे। वहीं उन्होंने अपना रिटायरमेंट के बाद का जीवन लोगों की सेवा के लिए भी समर्पित कर दिया था और समाज सेवा के काम में बढ़-चढ़कर वह हिस्सा लिया करते थे। जैसे ही चांदीराम को उनकी पोती ने बताया कि उनकी धर्मपत्नी ने प्राण त्याग दिए हैं। ठीक 40 मिनट बाद चांदीराम ने भी विलाप करते हुए अपने प्राण त्याग दिए।
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