Edited By Isha, Updated: 11 Apr, 2024 03:55 PM
कपिल मुनि तीर्थ सरस्वती के प्राचीनतम पैलियो चैनल पर स्थित है आज डिप्टी चेयरमैन सरस्वती बोर्ड धूमन सिंह किरमच ने वहाँ ख़ुद जाकर सैंपल लिए व तीर्थ के अंदर से सरस्वती जल का भी सैंपल लिया.।
चंडीगढ़ (चन्द्र शेखर धरणी): कपिल मुनि तीर्थ सरस्वती के प्राचीनतम पैलियो चैनल पर स्थित है आज डिप्टी चेयरमैन सरस्वती बोर्ड धूमन सिंह किरमच ने वहाँ ख़ुद जाकर सैंपल लिए व तीर्थ के अंदर से सरस्वती जल का भी सैंपल लिया.। धूमन सिंह ने बताया कि 2005 में भी इसी तीर्थ में सरस्वती की धारा फूटी थी उस वक़्त इसरो के डायरेक्टर डॉक्टर ए के गुप्ता व डॉक्टर एस कल्याणरमन यहाँ पर आए थे और फिर इसरो से रिसर्च करके इसके निदेशक डॉक्टर बी के भद्रा ने रिपोर्ट दी थी कि इसरो के द्वारा लिए गए चित्रों से यह साबित होता है कि सरस्वती यही से युगों युगों से बहती आयी है।
इन चित्रों से यह साबित होता है कि यही सरस्वती का पवित्र जल है फिर इसके बाद इसी स्थान पर 2007 में जल धारा टूटी थी तब धूमन सिंह किरमच स्वयं सरस्वती नदी शोध संस्थान के संस्थापक श्रीमान दर्शन लाल जैन जी , मुख्य मंत्री नायब सैनी के एडवाइजर भारत भूषण भारती व डॉक्टर ये आर चौधरी यहाँ पर सैंपल लेकर गए थे और यहाँ के सीडीमेंट रिसर्च में ये आया था कि यह जल और यही स्थान सरस्वती का है तभी यहाँ से सरस्वती की जलधारा फूटी है यह प्रमाण है सरस्वती के इस क्षेत्र से बहने का।
अब सरस्वती बोर्ड इस तीर्थ पर एक घाट का निर्माण तथा ONGC के साथ मिलकर एक कुएँ का खुदाई का काम करेंगे ताकि नीचे से फूटने वाले इस जल को प्रवाह का रास्ता दिया जा सके क्योंकि अभी तक जितने भी सरस्वती बोर्ड ने ONGC से कुएँ खुदवाए हैं वह आदिबद्री से लेकर जहाँ सरस्वती रण के कछ में गुजरात में गिरती है वहाँ तक खुदवाए हैं अब यहाँ अब भी खुदवाया जाएगा ताकि नीचे से आने वाले पानी को रास्ता मिल सके और श्रद्धालुओं को स्वच्छ जल इस तीर्थ से मिल जाए।
उन्होंने बताया कि इस बारे में मुख्य मंत्री नाइब सैनी जी से भी उनकी बात हुई है ताकि इस प्रोजेक्ट को आगे तक ले ज़ाया जा सके। और सरस्वती बोर्ड व् के डी बी के साथ मिलकर इस तीर्थ को और अच्छे ढंग से निर्माण कार्य में काम करेंगे इस अवसर पर उनके साथ घुमंतू जाति बोर्ड के चेयरमैन जसवंत पठानिया राजीव राणा मंडल अध्यक्ष कमेटी के चेयरमैन व राजकमल धांडा आदि थे।