Edited By Manisha rana, Updated: 25 Nov, 2024 04:07 PM
ओलंपिक में महज कुछ ही पॉइंट से मेडल लेने से चूंकी रोहतक की रितिका हुड्डा ने हार नहीं मानी ओर डेंगू के चलते हॉस्पिटल में एडमिट होने की नौबत आने पर भी विश्व सैन्य प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल लेकर अपनी जिद्द पूरी की।
रोहतक (दीपक भारद्वाज) : ओलंपिक में महज कुछ ही पॉइंट से मेडल लेने से चूंकी रोहतक की रितिका हुड्डा ने हार नहीं मानी ओर डेंगू के चलते हॉस्पिटल में एडमिट होने की नौबत आने पर भी विश्व सैन्य प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल लेकर अपनी जिद्द पूरी की।
रितिका हुड्डा ने हासिल किया गोल्ड मेडल
दरअसल अल्बानिया में 20 से 23 नवंबर तक आयोजित हुए विश्व सैन्य प्रतियोगिता में 75 किलोग्राम भार में रितिका हुड्डा ने गोल्ड मेडल हासिल किया है, जिसके बाद रितिका के परिजन बेहद खुश है।
वहीं दूसरी ओर मां नीलम हुड्डा ने बताया की रितिका को बहुत समझाया गया था कि वह इस प्रतियोगिता में न जाए और कुश्ती ना लड़े, क्योंकि जिस वक्त रितिका कुश्ती लड़ रही थी उस वक्त भी उसके सीने में दर्द था, क्योंकि डेंगू के चलते रितिका की प्लेट्स 28000 तक पहुंच गई थी, जिसमें मरीज को हॉस्पिटल में एडमिट करना पड़ता है। डॉक्टरों ने भी उसे बाहर न जाने की सलाह दी थी लेकिन रितिका की जिद्द थी कि उसे विश्व सैन्य प्रतियोगिता में भाग लेना है और गोल्ड मेडल लेना है। क्योंकि रितिका के पिता और भाई भी मिल्ट्री में थे और रितिक भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेना चाहती थी। उसकी बचपन से ही ख्वाहिश थी। गौरतलब है कि रितिका ने रोहतक के ही छोटू राम स्टेडियम में प्रैक्टिस की है और आज इस मुकाम तक पहुंच गई है।
(पंजाब केसरी हरियाणा की खबरें अब क्लिक में Whatsapp एवं Telegram पर जुड़ने के लिए लाल रंग पर क्लिक करें)