Edited By Isha, Updated: 03 Mar, 2024 02:19 PM
हरियाणा में 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए संचालित ‘प्रहरी’ योजना के तहत 12 हजार 421 पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सिपाही से लेकर उप निरीक्षक, गृह रक्षी (होम गार्ड) और विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) को प्रहरी और सहायक प्रहरी
चंडीगढ़ः हरियाणा में 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों के लिए संचालित ‘प्रहरी’ योजना के तहत 12 हजार 421 पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सिपाही से लेकर उप निरीक्षक, गृह रक्षी (होम गार्ड) और विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) को प्रहरी और सहायक प्रहरी बनाया गया है जो हर 15 दिन में बुजुर्गों के घर जाकर उनका हाल पूछेंगे।
प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक आयु के तीन लाख 30 हजार से अधिक बुजुर्ग हैं। इनमें से 3600 बुजुर्ग तो ऐसे हैं जो अकेले रह रहे हैं। ‘प्रहरी’ योजना के तहत इन बुजुर्गों की कुशल क्षेम जानने के लिए सरकारी कर्मचारी उनसे व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे। यदि किसी बुजुर्ग को चिकित्सा सहायता, संपत्ति की सुरक्षा अथवा किसी अन्य मदद की जरूरत होगी तो संबंधित सरकारी विभाग के माध्यम से उसकी मदद की जाएगी। यदि कोई सेवानिवृत सरकारी कर्मचारी भी प्रहरी योजना से जुड़ना चाहता है तो वह डायल 112 पर काल करके जुड़ सकता है। वहीं, अकेले रह रहे बुजुर्गों की देखभाल ‘वरिष्ठ नागरिक सेवा आश्रम’ योजना के तहत सेवा आश्रमों में की जाएगी। रेवाड़ी में एक ऐसा आश्रम खोला जा चुका है और एक अन्य करनाल में निर्माणाधीन है। इसके अलावा 14 जिलों में इनके लिए भूमि की पहचान कर ली गई है।
वरिष्ठ नागरिकों की सेवा के लिए वर्तमान में रेड क्रास सोसायटी द्वारा पानीपत, अंबाला और पंचकूला में ओल्ड एज होम चलाए जा रहे हैं। पंचकूला में ही श्री माता मनसा देवी श्राइन बोर्ड द्वारा भी ओल्ड एज होम चलाया जा रहा है। इसके अलावा 13 जिलों भिवानी, गुरुग्राम, हिसार, जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत, पंचकूला, रोहतक, रेवाड़ी, सिरसा, यमुनानगर, झज्जर और बहादुरगढ़ में 14 डे केयर सेंटर कार्यरत हैं।