Edited By Manisha rana, Updated: 03 Aug, 2024 05:44 PM
पेरिस ओलंपिक में हरियाणा की धाकड़ छोरी से तीसरे मेडल की उम्मीद टूट गई है। हरियाणा की शूटर मनु भाकर 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल मुकाबले में हार गईं है, जिससे वह मेडल की हैट्रिक लगाने से चूक गईं।
हरियाणा डेस्क : पेरिस ओलंपिक में हरियाणा की धाकड़ छोरी से तीसरे मेडल की उम्मीद टूट गई है। हरियाणा की शूटर मनु भाकर 25 मीटर विमेंस पिस्टल इवेंट के फाइनल मुकाबले में हार गईं है, जिससे वह मेडल की हैट्रिक लगाने से चूक गईं। इससे पहले उन्होंने 2 ब्रॉन्ज मेडल जीते।
बता दें कि मनु भाकर ने बीते दिन शुक्रवार को 25 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल नें जगह बनाई थी। उन्होंने क्वालिफिकेशन इवेंट में दूसरे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालिफाई किया। मनु भाकर ने 590 पॉइंट्स हासिल किए हैं। उन्होंने प्रिसिजन में 294 और रैपिड में 296 अंक स्कोर किए। हंगरी की मेजर वरानिका 592 अंक के साथ टॉप पोजिशन पर रहीं। मनु भाकर अब 25 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में पहुंच गईं हैं। इस क्वालीफिकेशन राउंड में मनु भाकर दूसरे नंबर रहीं। उन्होंंने 10 स्कोरिंग वाले 24 निशाने लगाए। वहीं मनु के साथ इस शूटिंग में प्रतिस्पर्धा में भाग ले रहीं ईशा सिंह 18 वें स्थान पर रहीं। वह अंतिम 8 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाईं।
माता-पिता नहीं हुए निराश
ओलंपिक शूटिंग में दो ब्रॉन्ज मेडल जीत कर भारत का नाम रोशन करने वाली मनु भाकर हालांकि आज 25 मीटर शूटिंग स्पर्धा में चौथे स्थान पर रही और तीसरे मेडल से चूक गई, लेकिन मनु के माता-पिता बिल्कुल भी निराश नहीं है। उनका कहना था कि मनु के आने के बाद इसका जोरदार स्वागत किया जाएगा और सोसाइटी में सेलिब्रेशन भी होगा। मनु के पिता ने बताया कि यदि वह ओलंपिक में गोल्ड पदक जीत जाती तो शायद उसकी मां उसे शूटिंग से दूर कर लेती, लेकिन शायद भगवान को मंजूर नहीं और वो भी चाहता है कि मनु शूटिंग में आगे भी खेले। मनु की मां ने कहा कि उसे अपनी बेटी पर गर्व है जिसने देश के लिए दो मेडल जीते हैं मेरी दुआ हमेशा उसके साथ है और वह आगे भविष्य में भी अच्छा करेगी। मनु की मां ने कहा कि उसे बड़ी गाड़ियां बहुत पसंद है और मैं उसकी इच्छा जरुर पूरी करूंगी ।
मनु भाकर के नैनिहाल को गोल्ड का मलाल
पेरिस ओलंपिक के दौरान चरखी दादरी की भांजी मनु भाकर के नैनिहाल में मेडलों की हैट्रिक बनाने की आश को लेकर जहां पूरे जश्न की तैयारियों के साथ मैच पर नजरे टिकी हुई थी। वहीं नैनिहाल को मनु की हैट्रिक नहीं बनने पर मलाल रहा। हालांकि मनु द्वारा दो मेडलों के साथ रिकार्ड बनाने पर नैनिहाल में नाच-गाते हुए पूरा जश्न मनाया और मिठाइयां बांटते हुए भविष्य में होने वाले ओलंपिक में मनु से गोल्ड मेडल जीतने की आश जताई।
बता दें कि ओलंपिक खेलों के शूटिंग में तीसरी बार मेडल की प्रबल दावेदार मानी जा रही मनु भाकर के मैच को लेकर चरखी दादरी नैनिहाल में पूरी तैयारियां की गई थी। महिलाएं नाचते-गाते भांजी मनु से मेडलों की हैट्रिक को लेकर लगातार एलइडी से मैच देखते हुए हौंसला बढ़ा रही थी। मेडल जीतने के मात्र एक प्वाइंट के चलते मनु को चौथा स्थान मिला तो नैनिहाल में एक बार तो सन्नाटा छा गया था। बावजूद इसके भांजी मनु द्वारा ओलंपिक में दो कांस्य पदक जीतने की खुशी में जश्न मनाया। मैच के दौरान महिलाओं ने हरियाणवी संस्कृति अनुसार अपना जश्न मनाया। मनु की नानी सावित्री देवी ने तो जश्न के लिए गुलगुले, पकौड़े, हलवा व चूरमा भी तैयार किया था।
मनु को लेकर बोलीं नानी मां
नानी ने कहा कि मनु बेटी की उम्र अभी छोटी है और इस उम्र में बेटी ने दो मेडल जीतकर रिकार्ड बनाया है हालांकि उसे बेटी द्वारा मेडलों की हैट्रिक बनाने का मलाल है। वहीं मामा सोमवीर ने कहा कि उनकी भांजी मनु भाकर का बचपन नैनिहाल में बीता है। बेटी से ओलंपिक में गोल्ड के साथ हैट्रिक बनाने की आश थी। फिर भी छोटी उम्र में उपलब्धि मिलने की खुशी है और दो मेडल जीते हैं। दो मेडलों की खुशी में नैनिहाल में खुशियां मनाई जा रही हैं। हैट्रिक नहीं बनाने का मलाल बताते हुए कहा कि मनु अब 2029 में देश के लिए गोल्ड मेडलों की झड़ी जरूर लगाएगी।
झज्जर की रहने वाली हैं मनु भाकर
बता दें कि मनु भाकर हरियाणा के झज्जर जिले की रहने वाली हैं। फिलहाल वर्तमान में उनका परिवार फरीदाबाद में रहता है। 2021 के टोक्यो ओलंपिक में मनु की पिस्टल खराब हो गई। 20 मिनट तक वे निशाना नहीं लगा पाईं। पिस्टल ठीक हुई, तब भी मनु सिर्फ 14 शॉट लगा पाईं और फाइनल की रेस से बाहर हो गई थीं। मनु निराश थीं लेकिन उन्होंने वापसी की और पेरिस ओलंपिक में भारत को मेडल दिलाया।
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