Edited By kamal, Updated: 03 Jun, 2019 03:07 PM
फतेहाबाद के गांव बड़ोपल में लोग पीने के पानी को लोग तरस रहे है। गार्मीयों के आते ही पानी की समस्या हमेशा रहती....
फतेहाबाद(रमेश भट्ट): फतेहाबाद के गांव बड़ोपल में लोग पीने के पानी को लोग तरस रहे है। गार्मीयों के आते ही पानी की समस्या हमेशा रहती है। लेकिन वहीं अगर पानी मिले वो भी दूषित तो लोगों में बिमार होने के लक्षण भी जल्द पाए जाते है। बता दें गांव के पास क नहर है लेकिन वह अधिक प्रदुषित है। जिसके चलते लोगों को पानी की कमी हो रही है। 45 डिग्री तापमान में गांव में पानी की किल्लत से कई घर बूंद-बूंद को तरस रहे है। वहीं ग्रामीणों ने कहा 48 घण्टे में केवल डेढ़ घण्टा सबमर्सिबल से दूषित पानी की सप्लाई मिलती है। ये पानी इंसान तो क्या जानवर के पीने लायक भी नहीं है।
गांव के सामाजिक कार्यकर्ता बोले-
गांव के लिए जनवरी में ढाई करोड़ की लागत से नहरी पानी सप्लाई का प्रोजेक्ट पास हुआ, लेकिन राजनीति के चलते अब तक प्रोजेक्ट पर काम शुरु नहीं हुआ है । ग्रामीण गर्मी नहर से साइकिल या बैलगाड़ी पर पाने का पानी लाते हैं या फिर 15 रुपये में पानी का कैंपर खरीदते हैं
महिलाएं बोलीं-
वहीं महिलाओं का भी कहना है सरकार हमे पीने का पानी दे, कैसे भी दे ये सरकार की जिम्मेदारी है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव का ग्राउंड वाटर पीने लायक नहीं है और गांव में सरकार द्वारा मंजूर किया गया नहरी पानी सप्लाई का प्रोजेक्ट अभी सिर्फ कागजों में ही लटका हुआ है।
गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता अभय सिंह ने बताया कि गांव बड़ोपल की आबादी करीब 15,000 है और इस गांव में पीने का पानी उपलब्ध नहीं है। अभय सिंह के अनुसार गांव में पानी सप्लाई के लिए सबमर्सिबल से पानी सप्लाई किया जा रहा है जो कि इंसान तो क्या जानवर के पीने लायक भी नहीं है। वहीं गांव के लिए सरकार द्वारा ढाई करोड रुपए का नहरी पानी सप्लाई का प्रोजेक्ट पास किया गया है। लेकिन इस प्रोजेक्ट पर अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।
जबकि यह प्रोजेक्ट जनवरी महीने में फाइनल हो चुका है, सरकार को सिर्फ बजट जारी करना है। गांव निवासी अध्यापक सतबीर सिंह कहते हैं कि गांव में ग्राउंड वाटर से लोगों को डायरिया, चर्म रोग और कैंसर जैसे गंभीर रोग हो रहे हैं इसलिए लोग नहरी पानी या आर.ओ का पानी ही पीने के लिए प्रयोग करते हैं। विडंबना यह है कि नहरी पानी सप्लाई के लिए सरकार द्वारा प्रोजेक्ट पास किया गया लेकिन राजनीतिक नफे नुकसान के चलते गांव को अभी तक नहरी पानी के इस प्रोजेक्ट का लाभ नहीं दिया जा रहा है।
वहीं ग्रामीणों ने मांग की है कि सरकार गांव में पीने का पानी उपलब्ध करवाए और नहरी पानी का जो प्रोजेक्ट गांव को दिया गया है उस पर जल्द से जल्द काम शुरू करवा कर ग्रामीणों को बीमारियों से बचाकर राहत दे।