Edited By Shivam, Updated: 10 Apr, 2018 08:56 PM
पानीपत के गांव महमदपुर में दो युवकों ने अपने कपड़े उतारे और खेतो में काम कर रही महिला के पीछे दौड़ पड़े। महिला के शोर मचाने पर आसपास खेतों में काम कर रहे श्रमिकों ने उसे बचाया। मामला पंचायत में पहुंचा तो आरोपितों को पांच-पांच जूते मारने और नाक से...
पानीपत(अनिल कुमार): पानीपत के गांव महमदपुर में दो युवकों ने अपने कपड़े उतारे और खेतो में काम कर रही महिला के पीछे दौड़ पड़े। महिला के शोर मचाने पर आसपास खेतों में काम कर रहे श्रमिकों ने उसे बचाया। मामला पंचायत में पहुंचा तो आरोपितों को पांच-पांच जूते मारने और नाक से लकीर खींचने का फैसला सुनाया गया। इसके बाद एक युवक के दादा ने दोनों को जूते मारे। यह सजा आसपास के गांवों में चर्चा का विषय बनी रही।
जानकारी के मुताबिक, महमदपुर गांव में रहने वाली माही सावित्री (काल्पनिक नाम) ने बताया कि वह खेतो में अपने पति के साथ चारा लेने गई थी, तभी गांव का रहने वाला दीपा व कचरोली का रहने वाला सुनील कपड़े उतार कर उसके पीछे दौड़ पड़े। उसके पति ने उसका विरोध किया दो दोनों युवकों ने पति की पिटाई भी कर दी। पीड़िता ने घटना से पंचायत को अवगत कराया।
इसके बाद महमदपुर निवासी आरोपित दीपा व कचरौली निवासी सुनील से पूछताछ की गई। दोनों ने शराब के नशे में होने के कारण कुछ भी याद न होने की बात कही। लगभग 45 मिनट तक चर्चा करने के बाद पंचायत ने आरोपितों को पांच-पांच जूते मारने की सजा दी। साथ ही नाक से लकीर भी खिंचवाई।
महिला का कहना है कि वो पंचायत के द्वारा किए हुए फैसले से नाखुश है, सरपंच के दबाव व गरीबी के कारण पंचायत के फैसले से समझौता करना पड़ा। सरपंच जिन्दर चीमा ने बताया कि दोनों तुवको को पंचायत ने 5-5 जूते मारने की सज़ा सुनाई है और दोनों युवक भविष्य में ऐसी गलती नही करेंगे। आरोपित सुनील के दादा राम सिंह ने भी अपने पोते व दीपा की इस हरकत को गलत बताया। उन्होंने खुद पोते सुनील व दीपा को जूते मारे।