Edited By Isha, Updated: 17 Dec, 2019 10:30 AM
अब खाद्य सुरक्षा को लेकर अब आमजन और खाद्य सामग्री निर्माताओं होटल, रेस्टोरेंट, ढ़ाबा संचालकों को भी जागरूक किया जाएगा। जिसमें जिले के 8 हजार व्यवसायियों को फूड सेफ्टी से जुड़ी.......
फरीदाबाद (सुधीर राघव) : अब खाद्य सुरक्षा को लेकर अब आमजन और खाद्य सामग्री निर्माताओं होटल, रेस्टोरेंट, ढ़ाबा संचालकों को भी जागरूक किया जाएगा। जिसमें जिले के 8 हजार व्यवसायियों को फूड सेफ्टी से जुड़ी बेसिक कोर्स की ट्रेनिंग दी जाएगी और इस कोर्स के पूरा होने पर व्यवसायियों को प्रमाण पत्र मिलेगा। जिन व्यवासायियों के पास यह प्रमाण पत्र नहीं होगा वह अपने दुकान, होटल व ढ़ाबों का संचालन नहीं कर सकेंगे। यह ट्रेनिंग शहर के सभी व्यापारियों के लिए अनिवार्य होगी। उल्लेखनीय है कि शहर में 5 हजार रजिस्ट्रेशन प्राप्त और 3 हजार लाइसेंसी व्यवसायी हैं।
डेजिग्नेटेड ऑफि सर एनडी शर्मा ने बताया कि भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) यह व्यवस्था पूरे देश में लागू करने जा रहा है। जिसके तहत सभी प्रकार के खाद्य सामग्री कारोबारियों को हाईजीन रेटिंग लेना अनिवार्य होगा। फू ड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन (एफ डीए) आयुक्त डॉ. साकेत कुमार ने यह आदेश पूरे हरियाणा के 22 जिलों के लिए जारी किए हैं।
आदेश के अनुसार जिला खाद्य एवं सुरक्षा विभाग शहर के सभी खाद्य कारोबारियों को हाइजीन रेटिंग लेने के प्रति जागरूक करेगा।उन्हें बताया जाएगा कि हाईजीन रेटिंग लेने के लिए किस प्रकार से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इससे उन्हें क्या फ ायदा मिलेगा और उनके प्रति ग्राहकों में किस तरह से विश्वाास बढ़ेगा।
ट्रेनिंग के लिए फरीदाबाद दो भागों में किया विभाजित
फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशनर आयुक्त डॉ. साकेत कुमार ने फरीदाबाद में इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए इंद्रप्रस्था एकेडमी फाउंडेशन और यूआरएस से अनुबंध किया है। अनुबंध के तहत फरीदाबाद को दो भागों में बांटा गया है। जिसमें इंद्रप्रस्था एकेडमी के समन्वयक अनिल मिश्रा फेज 1 और यूआरएस कंपनी फेज-2 के व्यापारियों को ट्रेेनिंग देगी। इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए व्यापारियों को 600 रुपए और 18 प्रतिशत जीएसटी के साथ कुल 708 रुपए अदा करने होंगे।
रेटिंग बताएगी विश्वसनीयता
बदलते दौर के साथ लोगों में रेटिंग का कॉन्सेप्ट तेजी से बढ़ रहा है। लोग इसके जरिए ऑनलाइन सामान, खाद्य सामग्री बेचने-खरीदने के साथ होटल बुकिंग आदि कर रहे हैं। इससे खाद्य कारोबारियों की विश्वसनीयता का भी पता चलता है। इसलिए अक्टूबर में एफ डीए के अधिकारियों ने हाईजीन रेटिंग को प्रभावी ढग़ से लागू करने के सभी डेजिग्नेटेड ऑफि सर को निर्देश दिए थे। अधिकारियों का कहना है कि इसपर कार्य शुरू कर दिया है। अगले साल से हाईजीन रेटिंग उपभोक्ताओं के लिए काफी फायदेमंद होगा। इससे उपभोक्ता जान सकेंगे कि किस प्रतिष्ठान पर खाद्य सामग्री शुद्ध व असली मिलेगी। कहां कितनी स्व४छता है और कर्मचारी सफ ाई पर कितना ध्यान रखते हैं।
खाद्य कारोबारी दे सकेंगे रेटिंग
प्रतिष्ठान का परिसर कितना स्वच्छ है, बाथरूम कितने क्लीन हैं, कर्मचारी खाना पकाते समय व परोसते समय सिर पर कैप, हाथों में दस्ताने व मूंह पर मास्क पहनते या नहीं। हाथों को सही ढंग से धोते हैं या नहीं, खाना या मिठाई पकाते हुए कितनी बातों का ध्यान रखते हैं। किस गुणवत्ता की खाद्य सामग्री का इस्तेमाल करते हैं, फि टनेस स्तर पर कर्मचारी कितने स्वस्थ्य हैं और संक्रमण न फैले उसके लिए क्या-क्या कदम उठाए हैं इत्यादि कैटेरगी में खाद्य कारोबारी को रेटिंग देनी होगी। फूड सेफ्टी ऑफिसर या डेजिग्नेटेड ऑफिसर प्रतिष्ठान पर जाकर जांच करेंगे।