Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 27 Apr, 2018 10:20 AM
नारनौंद के गांव में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना के मामले में बीती रात हिसार नागरिक अस्पताल में परिजनों के साथ पुलिस ने बदसलूकी की। पीड़िता के पिता ने बताया कि बच्ची की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात हैं। इनमें एक पुरुष और एक महिला...
हांसी(संदीप सैनी): नारनौंद के गांव में आठ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना के मामले में बीती रात हिसार नागरिक अस्पताल में परिजनों के साथ पुलिस ने बदसलूकी की। पीड़िता के पिता ने बताया कि बच्ची की सुरक्षा में दो पुलिसकर्मी तैनात हैं। इनमें एक पुरुष और एक महिला शामिल हैं। रात को एक अन्य पुरुष पुलिसकर्मी वहां तैनात पुलिस कर्मचारियों का खाना लेकर अस्पताल पहुंचा। वह सीधा बच्ची के रूम में जा घुसा यह देख बाहर तैनात पुरुष पुलिसकर्मी भी रूम के अंदर चला आया और उनमें से एक ने शराब पी रखी थी। नशे में पुलिसकर्मी ने पहले तो दुष्कर्म पीड़ित बच्ची को अपशब्द बोले। उसके परिजनों ने ऐसा करने से मना किया तो उन्होंने उन्हें भी अपशब्द कहे। इसके बाद बच्ची के पिता ने एमरजेंसी में तैनात डॉक्टर को लिखित शिकायत दी।
डॉक्टर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और पुलिस को सूचित किया। रात को ही अस्पताल में पहुंच पुलिस ने भी मौके का मुआयना किया।जैसे ही अस्पताल में पुलिस पहुंची तो शराब पीने वाला पुलिसकर्मी वहां से फरार हो गया। थोड़ी देर बाद उन्होंने अपने समाज के लोगों को सूचित किया तो वो देर रात को ही नागरिक अस्पताल पहुंच गए। बच्ची के परिजनों ने सरकार से मांग की है कि दुष्कर्म की घटना की जांच सीबीआइ से हो। बच्ची के पिता ने कहा कि अगर इस पूरे मामले की सही जांच हो तो उनका भाई जो पुलिस ने पकड़ रखा है वो निर्दोष साबित होगा। बच्ची के पिता ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा की पुलिस असली दोसियो को बचा रही है, ये पूरा मामला गुरुग्राम के रेयान स्कूल जैसा है जो कि जांच के बाद सामने आएगा। अभी तक जो भी जांच हुई हुई है वो सही नहीं है। वहीं समाज के लोगों का कहना है कि पुलिस असली आरोपियों को नहीं ढूंढ रही है, बच्ची के चाचा को जबरदस्ती फंसाने में लगी है। जिन लड़कों पर वह शक जाहिर कर रहे हैं पुलिस को उनकी जांच करनी चाहिए।
बच्ची के पिता ने बताया कि बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ, उस जगह तीन लड़के शराब पी रहे थे। उनको अगले दिन पुलिस ने पकड़ा भी था, लेकिन बाद में छोड़ दिया गया। उनको क्यों छोड़ा, यह नहीं पता। बच्ची के पिता का कहना है कि यदि उक्त युवकों की गहनता से जांच हो तो उनका भाई बच सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें शक है कि लड़कों ने शराब के नशे में उनकी बेटी के साथ गलत काम किया है। जब इस मामले में पुलिस से बात करनी चाही तो पुलिस बचती नजर आई और कैमरे पर कुछ भी बताने से मना कर दिया
उल्लेखनीय है कि नारनौंद के एक गांव में 18 अप्रैल की रात को झोपड़ी में सो रही एक 8 साल की नाबालिग बच्ची को जबरन उठा कर उसके साथ रेप किया गया। उसके बाद पुलिस ने बच्ची के चाचा को आरोपी मांगते हुए गिरफ्तार कर लिया और उसे कोर्ट में पेश कर 5 दिन के रिमांड पर लिया हुआ है। अब परिजनों का मानना है कि बच्ची के चाचा को गलत फंसाया गया है जो आरोपी हैं पुलिस उन्हें बचा रही है।