Edited By Manisha rana, Updated: 28 Nov, 2022 09:57 AM
करीब एक महीने से प्रदेश सरकार की बॉन्ड पॉलिसी का विरोध कर रहे एमबीबीएस छात्रों के साथ सरकार की दूसरे दौर की वार्ता भी विफल रही। अहम बात यह रही कि हरियाणा भवन में...
रोहतक : करीब एक महीने से प्रदेश सरकार की बॉन्ड पॉलिसी का विरोध कर रहे एमबीबीएस छात्रों के साथ सरकार की दूसरे दौर की वार्ता भी विफल रही। अहम बात यह रही कि हरियाणा भवन में वार्ता के लिए पहुंचे छात्रों व डॉक्टर्स के प्रतिनिधिमंडल ने पानी तक नहीं पीया। अधिकारी उनसे खाना-पानी के लिए कहते रहे। वहीं उन्होंने कहा कि जब तक उनके साथी भूख हड़ताल पर हैं, वह पानी तक नहीं पी सकते हैं।
उधर, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने सोमवार सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक पूरे प्रदेश में निजी अस्पतालों में ओपीडी और इमरजेंसी बंद करने का फैसला किया है। हरियाणा में छह हजार से ज्यादा निजी डॉक्टर्स आईएमए से जुड़े हैं। रविवार को आईएमए से जुड़े सभी डॉक्टर्स ने पेन डाउन रखा था। इससे पहले, शाम 4:45 बजे से शाम 7:45 बजे तक चली पहले चरण की बैठक जॉब सिक्योरिटी पर अटकी रही।
गैर रहे पहले भी प्रदेश सरकार की बॉन्ड पॉलिसी का विरोध कर रहे एमबीबीएस छात्रों के साथ सरकार की वार्ता विफल रही थी। छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के साथ अधिकारियों की बैठक करीब 3 घंटे तक चली थी। हालांकि कई घंटे बातचीत के बाद भी मेडिकल छात्रों के हाथ निराशा ही लगी है।
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