Edited By Manisha rana, Updated: 17 Jan, 2023 10:48 AM

फतेहाबाद की एकमात्र महिला एवरेस्ट विजेता बेटी मनीषा पायल ने सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के नाम नगराधीश को ज्ञापन सौंपा...
फतेहाबाद (रमेश भट्ट) : फतेहाबाद की एकमात्र महिला एवरेस्ट विजेता बेटी मनीषा पायल ने सरकार पर अनदेखी के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री के नाम नगराधीश को ज्ञापन सौंपा। सामाजिक कार्यकर्ताओं संग लघु सचिवालय ज्ञापन देने पहुंची मनीषा पायल ने सरकार पर तीखे तंज कसे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उसके सब्र का बांध टूट चुका है, यदि अब भी सरकार ने उसे पूर्व के एवरेस्ट विजेताओं जैसा सम्मान नहीं दिया तो वह आंदोलन की राह अपनाने को मजबूर होगी। सीटीएम सुरेश कुमार ने ज्ञापन लेने उपरांत आश्वस्त किया कि जिला की प्रतिभावान बेटी मनीषा की बात सरकार तक जरूर पहुंचाई जाएगी।

गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव परिणाम के ठीक एक दिन पहले 22 मई 2019 को मनीषा पायल ने दुनिया की सबसे उंची चोटी एवरेस्ट पर राष्ट्रीय ध्वज के साथ-साथ पीएम नरेन्द्र मोदी के चित्र वाला ध्वज भी फहराया था। ऐसा करते हुए वह बुरी तरह से जख्मी भी हो गई थी, जिसके बाद उसे लंबे समय तक गुरूग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में उपचाराधीन रहना पड़ा था। पीएम की बेटियों को सम्मान देने की सोच से प्रभावित होकर मनीषा ने उनके चित्र वाला झंडा लेकर एवेरेस्ट फतेह किया था। इसके बाद एवेरेस्ट फतेह करने के बाद से लेकर अब तक भाजपा सरकार ने उसकी कोई सूध नहीं ली।
मनीषा पायल ने कहा कि जब सरकार उस जैसी विश्व रिकार्डधारी बेटी को चार साल बीत जाने पर भी कोई सम्मान नहीं दे पाई तो आम बेटियां सरकार से सम्मान की क्या उम्मीद करें। मनीषा ने कहा कि पूर्व में हरियाणा के जितने भी एवेरेस्ट विजेता रहे हैं, सरकार द्वारा उन्हें कैश अवार्ड से लेकर सरकारी नौकरी तक दी गई। मगर उसे आज तक सरकार ने एक खेल सर्टिफिकेट तक देने की जहमत नहीं उठाई।
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