Edited By Isha, Updated: 05 Jan, 2021 03:12 PM

दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान भीषण ठंड के बीच बेमौसम बरसात को भी झेल रहे हैं, लेकिन किसानों की कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही। इसी के चलते किसानों की मांगे नहीं मानने के कारण
पानीपत(सचिन): दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान भीषण ठंड के बीच बेमौसम बरसात को भी झेल रहे हैं, लेकिन किसानों की कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही। इसी के चलते किसानों की मांगे नहीं मानने के कारण समालखा से पूर्व विधायक भरत सिंह छोकर ने अपने निवास स्थान पर प्रेस वार्ता कर भाजपा पार्टी छोड़ने का एलान किया।
पूर्व विधायक ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों के ऊपर तीन काले कानून थोपकर बेहद ही गलत किया है जिसकी मैं कड़ी निंदा करता हूं। लेकिन दूसरी और किसान शांतिपूर्ण तरीके से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं उसके बावजूद भी सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के साथ मजाक कर रही है और काले कानूनों को उन पर थोपा जा रहा है सरकार बड़े बड़े व्यापारियों का समर्थन कर रही है और जो भंडारण की नीति दी गयी इससे खुलेआम कालाबाजारी करने का मौका दिया जा रहा है। वही उन्होंने कहा कि वह हमेशा किसानों के साथ है।