Edited By Manisha rana, Updated: 01 Oct, 2023 06:22 PM

कुछ करने के जज्बे ने किसान महेंद्र सिंह को आसपास के गांवों में अलग पहचान दिलवाई है तथा इनके बाग को देखकर अन्य किसानों ने भी बाग लगाने शुरू किए हैं। महेंद्र सिंह अन्य किसानों के लिए प्रेरणा देने का काम कर रहे हैं। वे अपने खेत में ही पौधे तैयार कर...
चरखी दादरी (पुनीत) : रेतीली जमीन पर परंपरागत खेती छोड़कर बागवानी अपनाने वाले किसान महेंद्र सिंह की तस्वीर बदल गई है। किसान ने वर्ष 2007 में चार एकड़ से मौसमी व रेड माल्टा का बाग लगाया था और अब 7 एकड़ में लगाए बाग से 25 लाख रुपये की सालाना कमाई कर रहा है। साथ ही अपनी नर्सरी तैयार कर साथ लगती 7 एकड़ में भी मौसमी, रेड माल्टा का बाग लगाकर कमाई का दायरा बढ़ा दिया। किसान महेंद्र सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री की किसानों के दोगुनी आय करने से प्रेरणा ले बागवानी की खेती को अपनाया तो अन्य किसानों ने भी अब बागवानी की खेती शुरू कर दी है।

बरानी और बंजर जमीन में कमाई कर बने आत्मनिर्भर
किसान महेंद्र सिंह ने बताया कि उनके गांव की अधिकतर जमीन पानी की कमी के कारण बरानी रह जाती है। बरानी जमीन में सिंचाई के अभाव में फसल उत्पादन काफी कम होता था। उन्होंने इस जमीन में कम पानी से पैदावार लेने का फैसला किया और कृषि विभाग अन्य संसाधनों से जानकारी लेकर वर्ष 2007 में चार एकड़ में बाग लगाया। बाद में इनकम बढ़ने लगी तो बाग का दायरा बढ़ा दिया। अब सात एकड़ से उसे करीब 25 लाख रुपए की सालाना आय हो रही है।
कुछ करने के जज्बे ने किसान महेंद्र सिंह को आसपास के गांवों में अलग पहचान दिलवाई है तथा इनके बाग को देखकर अन्य किसानों ने भी बाग लगाने शुरू किए हैं। महेंद्र सिंह अन्य किसानों के लिए प्रेरणा देने का काम कर रहे हैं। वे अपने खेत में ही पौधे तैयार कर अन्य किसानों को बेचकर कमाई बढ़ा रहे हैं। उन्होंने सरकार से अनुदान राशि लेते हुए खेत में प्रोसेसिंग मशीन के अलावा नेट हाउस भी लगाया है।
किसानों को हर संभव की जा रही मदद
कृषि विशेषज्ञ डॉ. चंद्रभान श्योराण का कहना है कि किसानों की आय डबल करने के लिए सरकार प्रयासरत है और किसानों को हर संभव मदद की जा रही है। सरकार किसानों के लिए नई-नई स्कीम लेकर आ रही है। नई स्कीमों के माध्यम से किसानों को अनुदान दिया जा रहा है ताकि किसान समर्थ बन सके।