Edited By Isha, Updated: 13 Feb, 2024 01:36 PM
फरीदाबाद के नांगला गांव एक बेसहारा गाय दर्द से तड़प रही थी। लोगों ने गाय को तड़पता देखा तो एक सामाजिक संस्था से संपर्क किया। सामाजिक संस्था के डॉक्टरों ने गाय का इलाज शुरू किया। संस्था के डॉक्टरों ने गाय की सर्जरी कर उसके पेट
फरीदाबाद: फरीदाबाद के नांगला गांव एक बेसहारा गाय दर्द से तड़प रही थी। लोगों ने गाय को तड़पता देखा तो एक सामाजिक संस्था से संपर्क किया। सामाजिक संस्था के डॉक्टरों ने गाय का इलाज शुरू किया। संस्था के डॉक्टरों ने गाय की सर्जरी कर उसके पेट से 31 किलो कचरा निकाला। गाय के पेट से सिक्के, कांच, नट-बॉल्ट, स्क्रू, पॉलीथीन समेत मिले कई हानिकारक चीजें मिली।
संस्था का कहना है कि गाय की इस हालत से पता चलता है कि हमारे कूड़ा इकट्ठा करने और छांटने की प्रणाली में कितनी कमियां हैं। खुले कूड़ेदान और सड़क पर पड़ा कचरा सबसे बड़ी चुनौती है। हरियाणा देश के उन राज्यों में से एक है जहां सबसे पहले साल 2011 में प्लास्टिक के थैलों पर बैन लगा था। इसके अलावा राज्य सरकार गायों के कल्याण पर भी जोर देती है। इसके अलावा लोग भी खाने की चीजें प्लास्टिक की थैलियों में रखकर फेंक देते हैं। उन्हें भी ऐसा नहीं करना चाहिए।