गुहला BDPO की DD पॉवर छीनने का मामला: अब बीडीपीओ के पक्ष में समिति सदस्यों साथ DC से मिलने पहुंची चेयरपर्सन

Edited By Manisha rana, Updated: 17 Feb, 2024 09:20 AM

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गुहला खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजबीर सिंह की डी.डी पॉवर छीनने का मामला तूल पकड़े हुए हैं। जिसमें अब बी.डी.पी.ओ के पक्ष में गुहला समिति की चेयरपर्सन डिंपल रानी अपने पंचायत समिति सदस्यों के साथ उपायुक्त को मिलने पहुंची।

कैथल (जयपाल रसूलपुर) : गुहला खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजबीर सिंह की डी.डी पॉवर छीनने का मामला तूल पकड़े हुए हैं। जिसमें अब बी.डी.पी.ओ के पक्ष में गुहला समिति की चेयरपर्सन डिंपल रानी अपने पंचायत समिति सदस्यों के साथ उपायुक्त को मिलने पहुंची। डीसी से मुलाकात के दौरान उन्होंने बी.डी.पी.ओ को फिर से डी.डी पॉवर देने का प्रस्ताव रखा और इस पूरे घटनाक्रम को राजनीति से प्रेरित बताया। 

उपायुक्त से मिलने के बाद चेयरपर्सन ने बताया कि उनके विरोधी पक्ष के कुछ लोग उनके द्वारा करवाए गए विकास कार्यों से खुश नहीं है। इसलिए वह अब राजनीतिक सहारा लेकर अधिकारियों पर समिति का काम न करने का दबाव बना विकास कार्यों में अड़चन पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में उनके विरोधियों को स्थानीय विधायक का भी समर्थन मिल रहा है। जो कि सरासर गलत है, क्योंकि गुहला हल्के की पूरी जनता ने विधायक को वोट देकर विधानसभा में पहुंचाया है। इसलिए उनका भी दायित्व बनता है की वे सभी लोगों को बिना किसी भेदभाव के समान रूप से देखें और हल्के का विकास करवाएं। 

वहीं सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार यह पूरा मामला हल्के के बुढनपुर गांव से जुड़ा हुआ है। जिसमे अंबेडकर भवन बनाने के लिए जिला परिषद कैथल द्वारा साला 2022 में 3.75 हजार रुपए की ग्रांट भेजी गई थी। उस समय तत्कालीन जेई और एसडीओ द्वार यह राशि निर्माण कार्यों पर खर्च की गई थी। जिसकी पहली किस्त उनको जारी कर दी गई थी। परंतु उसके बाद दूसरी किस्त जारी नहीं की गई थी। इसके लिए उन्होंने खंड विकास एवं पंचायती अधिकारी गुहला को बकाया राशि लेने के लिए आवेदन किया था। जिसके आधार पर बीडीपीओ ने पेंडिंग 1.87 हजार रूपये की राशि चेक के माध्यम से उनको जारी कर दी थी। इसी बात को लेकर कुछ लोगों की शिकायतें गुहला विधायक ईश्वर सिंह के पास पहुंची थी। जिसपर जांच करने के लिए विधायक ने उसे जिला प्रशासन के पास भेज दिया था। इसी के आधार पर कैथल उपायुक्त प्रशांत पंवार ने तुरंत प्रभाव से बीडीपीओ गुहला की डीडी पॉवर विड्रो करने के आदेश जारी किए गए हैं।   

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वहीं दूसरी तरफ बताया यह भी जा रहा है कि बीडीपीओ गुहला राजबीर सिंह पंचायत विभाग से सेवानिवृत होने के बाद पुनः कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर नौकरी पर लगे हैं। आगामी 21 फरवरी को उनका एक साल का कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो रहा है। इसलिए वह गलत नियत से खंड कार्यालय की राशि को हड़पना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने कुछ दिन पहले ही सरपंचों का रिकॉर्ड अपने कार्यालय में तलब किया है। वहीं इन आरोपों पर बीडीपीओ का कहना है कि उन्होंने केवल सरपंचों का रिकॉर्ड चेक करने के लिए उनके बस्ते मंगवाए थे। जो उनका अधिकार है। कुल मिलाकर आजकल गुहला बीडीपीओ राजबीर सिंह की डी.डी पावर छीनने का मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।

चेयरपर्सन द्वारा लगाए आरोप निराधार: विधायक

इस मामले को लेकर गुहला विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि चेयरपर्सन द्वारा उनके ऊपर जो आरोप लगाए हैं। वह सभी निराधार है। उनके पास हल्के का जो भी व्यक्ति शिकायत लेकर आता है। वह उस पर आगामी कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को भेज देते हैं। इस मामले में भी उनके पास बीडीपीओ की शिकायत आई थी। जिसकी जांच के लिए उन्होंने डीसी को लिखा था। डीसी के द्वारा ही बीडीपीओ की डीडी पावर विड्रा की गई है। इसमें उनका कोई रोल नहीं है।

नियम अनुसार की गई है पेमेंट: बीडीपीओ

गुहला के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राजवीर सिंह ने कहा कि 15 नवंबर को अपना कार्यभार संभाला था। इस समय के दौरान उन्होंने पंचायत समिति के कार्यों की व पंचायत समिति की ग्रांट के एक भी पैसे की पेमेंट नहीं की है। उनके ऊपर जो पेमेंट को करने के आरोप लग रहे हैं, वह पेमेंट नियम अनुसार की गई है।

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