Edited By Manisha rana, Updated: 26 Aug, 2020 12:47 PM
खरखौदा के बाईपास पर खेतों के कच्चे रास्ते में जलती कार में मिले कंकाल के मामले का खरखौदा पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पिता-पुत्र...
खरखौदा : खरखौदा के बाईपास पर खेतों के कच्चे रास्ते में जलती कार में मिले कंकाल के मामले का खरखौदा पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी पिता-पुत्र व उसके दोस्त के खिलाफ मामला दर्ज किया था। अब एक आरोपी जीतू निवासी गांव थाना खुर्द को गिरफ्तार कर लिया है जबकि आरोपी पिता-पुत्र फिलहाल फरार है। शराब की तस्करी के पैसों के लेन-देन को लेकर गांव थाना खुर्द निवासी जयबीर ने अपने बेटे व उसके दोस्त जीतू के साथ मिलकर अपने घर में ही गंडासा से गर्दन काटकर शमशेर की हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को खुर्द-बुर्द करने के लिए उन्होंने पॉलिथीन में शव को लपेटा और शमशेर की गाडी़ में ही डालकर खरखौदा बाईपास के साथ लगते खेतों के रास्ते में कार को आग लगा दी। पुलिस ने जीतू को 2 दिन के रिमांड पर लिया है।
बता दें कि शहर के बाईपास पर कार में मिले कंकाल के मामले में पुलिस ने जीतू को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार पूछताछ में सामने आया है कि कानोंदा निवासी शमशेर थाना खुर्द निवासी जयबीर के साथ शराब की तस्करी करता था। जयबीर के पास ट्रक था जिसमें अवैध शराब की तस्करी की जाती थी लेकिन अब दोनों साथ मिलकर अवैध शराब का काम नहीं करते थे। जयबीर कानोंदा निवासी शमशेर से शराब तस्करी के बकाया पैसों की मांग कर रहा था। इसी को लेकर शमशेर 16 अगस्त को जयबीर के घर पर कार लेकर गया था, जहां पर पहले उन्होंने शराब पी थी तथा उसके बाद हुई कहासुनी के बाद जयबीर ने अपने बेटे सागर व सागर रे दोस्त के साथ मिलकर शमशेर की गंडासी से गर्दन काटक हत्या कर दी थी।
पैसे खत्म होने के कारण शमशेर से बकाया मांग रहा था जयबीर
गिरफ्तार आरोपी जीतू ने पुलिस को बताया है कि जयबीर की आर्थिक हालत फिलहाल ठीक नहीं है। शराब तस्करी करने वाले जयबीर की एर पिरकअप गाडी़ सालभर पहले पुलि ने पकड़ ली थी तो करीब 6 माह पहले ही उसका ट्रक भी पकड़ा गया। इसके बाद उसने शराब तस्करी में शामिल रहे शमशेर संपर्क किया और उस दौरान के बकाया पैसों की मांग की थी। राशि लाखों में बताई जा रही है। बकाया न होने की बात कहते हुए शमशरे 16 अगस्त को जयबीर के घर थाना खुर्द पहुंचा था।
सबूत खत्म करने का किया गया प्रयास
आरोपियों ने सबूत खत्म करने का पूरा प्रयास किया। हत्या की वारदाक को अंजाम देने के बाद शमशेर के कपड़े उतार कर गांव में जला दिए गए। इसके अलावा वारदात में खून से सनी चारपाई से किसी को पता न चल जाए इसलिए चारपाई भी जला दिया गया।