Edited By Isha, Updated: 29 Sep, 2023 02:25 PM

सरकार द्वारा भले ही बाजरा की सरकारी खरीद शुरू कर दी हो लेकिन बाजरा की फसल बचने पहुंचे किसानों को दादरी की अनाजमंडी में आनलाइन खरीद के पचड़ों से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान जहां अपने दस्तावेजों को सही करवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं...
चरखी दादरी(पुनित): सरकार द्वारा भले ही बाजरा की सरकारी खरीद शुरू कर दी हो लेकिन बाजरा की फसल बचने पहुंचे किसानों को दादरी की अनाजमंडी में आनलाइन खरीद के पचड़ों से खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसान जहां अपने दस्तावेजों को सही करवाने के लिए चक्कर काट रहे हैं वहीं अपनी फसल के साथ वाहन लेकर मंडी के बाहर अल सुबह से ही लाइनों में लगने पर मजबूर हो रहे हैं। मंडी अधिकारियों ने भी माना की वेबसाइट में खामियां आने के चलते खरीद प्रणाली दुरुस्त नहीं हो पाई है, जल्द ही समाधान कर दिया जाएगा।
बता दें कि सरकार द्वारा 25 सितंबर से प्रदेश के कई जिलों के साथ-साथ चरखी दादरी में भी बाजरा की सरकारी खरीद शुरू की थी। पहले तीन दिन तक जहां सैंपल फेल पाये जाने पर खरीद नहीं हो पाई थी तो बाद में आनलाइन के पचड़े किसानों पर भारी पड़ते दिखाई दिए। शुक्रवार को भी दादरी की अनाजमंडी के बाहर किसान अपने वाहनों के साथ बाजरा की फसल लेकर कई किलोमीटर तक लाइनों में लगे।
किसान सतबीर सिंह, बिजेंद्र, ओमप्रकाश व संजय इत्यादि ने बताया कि टोकन काटने के बाद दस्तावेजों में खामियों के चलते काफी चक्कर लगाने पड़ रहे हैं वहीं अल सुबह से लाइनों में लगने पर मजबूर हैं। सरकार ने आनलाइन खरीद प्रक्रिया कर किसानों के लिए समस्या पैदा कर दी है। वहीं मंडी अधिकारी विकास कुमार ने बताया कि अब तक मंडी में बाजरा की एक लाख 36 हजार क्विंटल आवक हो चुकी है वहीं हैफेड एजेंसी द्वारा 18 हजार 600 क्विंटल बाजरा खरीदा गया है। उन्होंने माना कि वेबसाइट के चलते खरीद प्रक्रिया सही ढंग से नहीं चल पा रही है। जल्द ही समस्याओं को दुरुस्त कर दिया जाएगा।