Edited By vinod kumar, Updated: 31 Dec, 2020 03:08 PM
ज्यादा कमाने के लालच में कई बार इंसान अपनी जेब की पूंजी भी गंवा बैठता है, ऐसा ही एक वाकया पानीपत के 13-17 सेक्टर में देखने को मिला। जहां 13- 17 सेक्टर में रहने वाले निवासियों के साथ करीब एक अरब की ठगी हो गई। जिसका आरोप उन्होंने 13 17 सेक्टर की ही...
पानीपत (सचिन शर्मा): ज्यादा कमाने के लालच में कई बार इंसान अपनी जेब की पूंजी भी गंवा बैठता है, ऐसा ही एक वाकया पानीपत के 13-17 सेक्टर में देखने को मिला। जहां 13- 17 सेक्टर में रहने वाले निवासियों के साथ करीब एक अरब की ठगी हो गई। जिसका आरोप उन्होंने 13 17 सेक्टर की ही रहने वाली एक सुमन चावल नाम की महिला पर लगाया है। पीड़ित लोगों ने बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी की सारी जमा पूंजी इस महिला को सौंप दी थी, लेकिन बदले में उन्हें सिर्फ धोखा ही मिला।
पीड़ित लोगों ने दुबई के इन्वेस्टर के साथ मिलकर ठगी करने का आरोप लगाया। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि हमारे करीब 1 अरब रुपये लेकर महिला विदेश भागने की तैयारी कर रही है, जिसको लेकर वह पानीपत के एसपी से मिलने पहुंचे थे, लेकिन एसपी ने भी कोई संतुष्टि भरा हमें जवाब नहीं दिया और यहां तक कह दिया कि अपना इलाज सही जगह जाकर कराओ। वहीं मामले को लेकर डीएसपी सतीश कुमार वत्स ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल हमें कंप्लेंट रिसीव नहीं हुई है, जैसे ही थाने में कंप्लेंट रिसीव हो जाती है उसके बाद जो लीगल कार्रवाई बनेगी वह अमल में लाई जाएगी।
बता दें कि पानीपत एसपी के पास शिकायत लेकर पहुंची पीड़ित महिलाओं ने ज्यादा ब्याज के लालच में करोड़ों रुपए असुरक्षित निवेश कर अपनी जीवन भर की पूंजी ठगों के हाथ गंवा दी। इतना ही नहीं कोरोना काल जैसी भयंकर आर्थिक तंगी में भी पीड़ित प्रियंका ने 20 -20 लाख करके दो बार ठगों के पास नकद इन्वेस्ट किए। अब पूंजी वापसी पाने और न्याय के लिए दर-दर भटक रही हैं।
ज्यादा पाने की लालची इन महिलाओं ने अपने आप को तो डुबो ही दिया साथ में अपने रिश्तेदारों सहेलियों के पैसे भी ठगों के पास इन्वेस्ट कराकर उन्हें भी बर्बादी की कगार पर खड़ा कर दिया। यही नहीं ठगों से लगातार मिलने वाले ब्याज को भी दोबारा उन्हीं ठगों के पास इन्वेस्ट कर दिया। यानी ब्याज के साथ साथ पूंजी भी डूब गई पास में कुछ नहीं रहा। अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में पुलिस प्रशासन क्या कार्रवाई अमल में लाता है और इतने बड़े स्तर पर हुए फर्जीवाड़े का कब तक खुलासा करता है।