Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 19 Dec, 2025 07:38 PM

कथा वाचक पुंडरीक महाराज से हर कोई परिचित है। वे भागवत, राम कथा, गोपीगीत के मधुर वक्ता हैं, राधारमण मंदिर के आचार्य हैं और देश के नामी धर्मगुरूओं को कथा सुनाने वाले अधिकारी व्यक्तित्व हैं।
गुड़गांव, ब्यूरो : वृंदावन के नामी कथा वाचक पुंडरीक महाराज से हर कोई परिचित है। वे भागवत, राम कथा, गोपीगीत के मधुर वक्ता हैं, राधारमण मंदिर के आचार्य हैं और देश के नामी धर्मगुरूओं को कथा सुनाने वाले अधिकारी व्यक्तित्व हैं। श्रीचैतन्य महाप्रभु के शिष्यों में एक द्वारा स्थापित राधारमण मंदिर के 38वें आचार्य पुंडरीक गोस्वामी महाराज ने कई ऐतिहासिक कार्य किए जिससे धर्म की पताका ऊंची हुई है। वे वैष्णव धर्म के आचार्य हैं जो देश-विदेश में जाकर धर्म और संस्कारों की शिक्षा देते हैं। अपने संप्रदाय में और विभिन्न मंचों पर वे जगतगुरु और मध्वाचार्य के समकक्ष विराजते हैं।
- वैष्णवाचार्य पुंडरीक गोस्वामी महाराज पहले ऐसे व्यास हैं जो उपराष्ट्रपति भवन में भागवत कथा कर चुके हैं। उपराष्ट्रपति महोदय के पद पर रहते हुए उनके आवास पर सात दिन की भागवतकथा संपन्न हुई। पूर्व उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने उनकी भागवत अपने आवास पर करवाई थी।
- देश के प्रतिष्ठित वैष्णवाचार्यों में एक हैं। वे चैतन्य महाप्रभु का माध्यगौड़ेश्वर परंपरा का राधारमण मंदिर के 38वें आचार्य है
- काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के प्रांगण में पहली भागवत कथा करने वाले वैष्णवाचार्य पुंडरीक गोस्वामी पहले व्यक्तित्व हैं।
- हरिद्वार की हर की पैड़ी पर तीन दिन के आयोजन को करके वे पहले वैष्णवाचार्य बनें, जिन्होंने देश को गीता सत्संग के माध्यम से गंगा और देवभूमि की महिमा से परिचित करवाया।
- अयोध्या के श्री राम मंदिर के भूमि पूजन, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आपने प्रमुख गुरु के तौर पर वैष्णव धर्म का प्रतिनिधित्व प्रथम पंक्ति में बैठकर किया।
- मोरारी बापू, रमेश भाई ओझा, गुरू शरणानंद महाराज, अवधेशानंद महाराज. ज्ञानानंद महाराज, साध्वी ऋतंभरा, स्वामी रामदेव, श्रीश्री रविशंकर, स्वामी चिदानंद सरस्वती समेत देश के कई बड़े गुरूओं ने आपसे कथा सुनी है।
- मोरारी बापू ने आपको तुलसी अवार्ड से सम्मानित किया है।
- मथुरा के श्री कृष्ण जन्मभूमि प्रांगण में भी आपने सात दिन की भागवत कथा की है, जिसके लिए आपने कोई शुल्क न लेकर सारे इंतजाम खुद से किए।
- कोलकाता में बिरला परिवार के घर में आपने खास भागवत कथा की, इसमें राजश्री बिड़ला और आदित्य मंगलम बिड़ला भी मौजूद रहे।
- जी समूह के मालिक सुभाष चंद्रा जी के भाई लक्ष्मी गोयल जी के आवास पर भी आने भागवत कथा की।
- आपके द्वारा शुरू किया गया प्रयास निमाई पाठशाला में दो लाख से ज्यादा विद्यार्थी निशुल्क जुड़ें है और इसकी प्रशंसा संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में हुई, जहां आपकी पत्नी श्रीमती रेणुका गोस्वामी ने इसके प्रभाव और प्रसार के बारे में विश्व को सूचित किया। इसमें जाति-पाति से उठकर सभी आयु-वर्ग के लोग जुड़े हैं।
- आक्सफोर्ड से आपने अध्ययन किया। धर्मशास्त्र पर अध्ययन किया है।
- आपको डॉक्टरेट की उपाधि से भी सम्मानित किया गया है।
- आप हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत में पूरे विश्व में भ्रमण करके कथा और धर्म का सतत प्रचार करते हैं
- पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बागेश्वर धाम पर पहली बार दो वर्षों से हनुमान कथा का आयोजन। साथ ही बागेश्वर सरकार की ब्रज यात्रा में वृंदावन में स्वागत करके उन्हें बांकेबिहारी दर्शन करवाया।
- पिछले दिनों प्रेमानंद महाराज ने आचार्य स्वरूप में उनका सत्कार किया और स्वीकारा कि सालों पहले आपके परिवार ने मुझे बहुत सत्कार किया, जब उन्हें कोई जानता नहीं था।
- उत्तर और दक्षिण के संप्रदायों तो जोड़ने के लिए मध्वाचार्य और वैष्णाचार्य के ऐतिहासिक आयोजन में मुख्य अतिथि। यह इस तरह का पहला आयोजन।