Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 17 Jan, 2022 09:30 PM
सोमवार को पटौदी में अतिक्रमण हटाने पहुंचा दस्ता स्थानीय दुकानदारों के विरोध के बाद बैरंग लौट गया। कई घंटों तक चले हाईवोलटेज ड्रामे के बाद प्रशासन ने दुकानदारों को नसीहत दी कि सडक़ किनारे बने नालों पर रखे सामान को जब्त कर लिया जाएगा।
पटौदी, घनश्याम : सोमवार को पटौदी में अतिक्रमण हटाने पहुंचा दस्ता स्थानीय दुकानदारों के विरोध के बाद बैरंग लौट गया। कई घंटों तक चले हाईवोलटेज ड्रामे के बाद प्रशासन ने दुकानदारों को नसीहत दी कि सडक़ किनारे बने नालों पर रखे सामान को जब्त कर लिया जाएगा।
क्या है मामला:
पटौदी नगरपालिका द्वारा सोमवार को पटौदी बिलासपुर मुख्य सडक़ पर अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई गई। इस दौरान दुकानों के सामने लगे टीन शैडों को तोडऩे के अलावा पक्के चबुतरों को तोडऩे की कार्यवाही ड्यूटी मजिस्ट्रेट फरूखनगर नायब तहसीलदार रणसिंह गोदारा की अगुवाई में की गई। पटौदी में बढते ट्रैफिक को देखते हुए चार रोड प्रमुख हैं जिन पर आए दिन जाम से जूझना पड़ रहा है। नगर पालिका प्रशासन ने रोड के साथ हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए पूरे लाव लश्कर के साथ अतिक्रमणकारियों की दुकानों पर धावा बोला।
खूब तू-तू मैं-मैं:
अतिक्रमण हटाने 2 दिन पहले ही नगर पालिका ने मुनादी करवा दुकानदारों को सचेत किया था कि अपनी दुकानों के बाहर लगी हुई टीन सेट और अतिक्रमण को हटा लिया जाए। आज भारी पुलिस बल के साथ नगरपालिका की टीम जब अतिक्रमण हटाने पहुंची तो दुकानदारों ने इसका विरोध किया। टीम के साथ ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार ने दुकानदारों के विरोध को देखते हुए पीडब्ल्यूडी बी एंड आर के अधिकारियों से बातचीत की और वहां से चले गए। अधिकारियों और दुकानदारों में जम कर तू तू मैं मैं हुई।
दुकाने कई फिट रोड पर:
मेज की बात यह रही कि एक बार अतिक्रमण हटाने वाला दस्ता लौट गया लेकिन फिर 2 घंटे बाद दोबारा दुकानों को सडक़ से नापने के लिए फिता लेकर अधिकारी पहुंचे। सडक़ का दायरा नापते हुए अधिकारी दुकानों के कई फिट अंदर तक पहुंच गए। इससे दुकानदारों को गुस्सा और पडग़या। अधिकारियों की चेतावनियों ने अतिक्रमणकारियों को और परेशान कर दिया। फिता देख दुकानदार अधिकारियों के साथ उलझते हुए नजर आए उनका कहना था कि आप बीरबल के जमाने का फीता डाल कर कानून के विरुद्ध कार्य कर रहे हो अगर आपको ऐसा लगता है कि दुकानदारों ने अतिक्रमण किया हुआ है तो आप स्टार्टिंग प्वाइंट से नापते हुए निशानदेही दें और कुछ समय का समय दें ताकि दुकानदार उसे अपने आप अतिक्रमण तोड़ सके। इस तरह की तोड़ फोड़ की कार्रवाई से भारी नुकसान होगा ।
यह हुआ फैसला:
अंत में अधिकारियों और दुकानदारों के बीच यह फैसला हुआ कि पीडब्ल्यूडी बी एंड आर के द्वारा बनाए गए नालों पर कोई अवैध कब्जा नहीं होगा उन्हें खाली रखना होगा ताकि पैदल चलने वाले राहगीर उनके ऊपर से आसानी से आ जा सके अगर उसके बाद भी इन नालों पर किसी ने अवैध कब्जा किया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद 6 घंटे से बाजार में चल रही अफरा-तफरी का माहौल शांत हुआ और लोगों ने भी राहत की सांस ली। इस अवसर पर नपा सचिव राजेश महत्ता के साथ अन्य अधिकारी व भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।