Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 19 Dec, 2025 07:46 PM

एक बार फिर से शहर की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर चली गई। शहर के चार निगरानी केन्द्रों में ग्वाल पहाडी की एक्यूआई-354 रेड जोन में दर्ज की गई। सेक्टर-51 328, टेरीग्राम-306 रेड जोन में रही।
गुडगांव, (ब्यूरो): एक बार फिर से शहर की वायु गुणवत्ता खतरनाक स्तर पर चली गई। शहर के चार निगरानी केन्द्रों में ग्वाल पहाडी की एक्यूआई-354 रेड जोन में दर्ज की गई। सेक्टर-51 328, टेरीग्राम-306 रेड जोन में रही। केवल विकास सदन की एक्यूआई-299 आरेंज जोन में रिकार्ड की गई।
वही विशेषज्ञों की मानें तो लगातारखराब हवा का सामना कर रहे लोगों को फेफडे व दिल की बीमारियां बढने का खतरा है। स्वास्थ्य विभागकी ओर से लोगों को हिदायतें जारी कर अनावश्यक रूप से बाहर जाने दौडने व जिम करने से परहेज करने को कहा है।
तीन स्टेशनों सांस लेने लायक नही
शहर के चार निगरानी केन्द्रों में से ग्वाल पहाडी की एक्यूआई-354 रेड जोन में दर्ज की गई। सेक्टर-51 328 रेड जोन, टेरीग्राम-306 रेड जोन में रही। केवल विकास सदन की एक्यूआई-299 आरेंज जोन में रिकार्ड की गई। आर्टिमिस अस्पताल की वरिष्ट श्वसन रोग विशेषज्ञ डा श्वेता ने बताया सांस लेने के लिहाज से आरेंज जोन की हवा भी उपयुक्त नही होती।
11 बजे तक धुंध, लाइटें जली
प्रदूषण व धुंध का सबसे ज्यादा असर हाई-वे पर देखा गया। जहां 11 बजे दिन में ही वाहनों को लाइटें जलाकर आवागमन करना पडा। इतना ही नही कई आंतरिक सडकों पर यात्रा करने के दौरान सावधानी बरतते हुए देखा गया। बताया गया आने वाले कुछ और दिनों तक ऐसे हालात का सामना करना पड सकता है।
वर्जन-
“ अस्थमा व दिल के मरीजों के लिए हवा अब भी अनुकूल नही है। अस्थमाके मरीजों को हिदायतें है कि वे अनावश्यक रूप से बाहर ना निकले। इसके अलावा खिलाडियों को ज्यादा दौड लगाने व जिम से अभी दूर रहना होगा।” डा श्वेता, वरिष्ट श्वसन रोग विशेषज्ञ आर्टिमिस अस्पताल