Edited By Gaurav Tiwari, Updated: 10 Mar, 2023 08:47 PM

षि प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ शुरू हुए पहले दिन माननीय कृषि मंत्री जे पी दलाल, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, विधायक दुराराम , अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि डॉ. सुमिता मिश्रा, डॉ. नरहरि बाँगर, निदेशक कृषि विभाग ने मेले में विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया।
भारत एक कृषि प्रधान देश है। हरियाणा भारत का वह प्रदेश जो किसानों की प्रगतिशील सोच और अत्याधुनिक तकनीक की बदौलत एक आदर्श है। हरियाणा कृषि विकास मेला 2023 कृषक समाज की इसी विशेषता को तीन दिनों में लेकर आया है। पहले दिन किसानों और कृषि प्रेमियों की बड़ी तादाद ने अलग-अलग चल रहे कार्यक्रमों में सहभागिता की। कृषि प्रदर्शनी के उद्घाटन के साथ शुरू हुए पहले दिन माननीय कृषि मंत्री जे पी दलाल, राज्यसभा सांसद डीपी वत्स, विधायक दुराराम , अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि डॉ. सुमिता मिश्रा, डॉ. नरहरि बाँगर, निदेशक कृषि विभाग ने मेले में विभिन्न गतिविधियों का अवलोकन किया। माननीय कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में किसानों के उत्थान के लिए हम प्रधानमंत्री जी के हर सपने को सच करने की दिशा में कार्यरत हैं।
मिलेट्स को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता दिलाने में मोदी का बड़ा योगदान है। ऐसे मेले का आयोजन कृषि जगत में आयी नई-नई क्रांति से आपसी परिचय बढ़ाना भी है। डॉ. सुमिता मिश्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि ने किसानों को संबोधित कर उन्हें सरकारी नीतियों, सुविधाओं से अवगत कराने के साथ ही टिकाऊ कृषि के प्रति रुझान हेतु प्रोत्साहित किया। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने उद्बोधन से किसानों को वैज्ञानिक खेती के प्रति जागरूक किया तो डॉ. नरहरि बांगर, निदेशक कृषि, ने मेले के आने वाले दिनों के कार्यक्रमों के बारे में सूचना दी और बड़ी संख्या में किसान भाइयों को शामिल होने की अपील की।
आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर कृषि की दिशा में हरियाणा सरकार का यह कदम प्रदेश में पर्यावरण हितैषी और सतत कृषि की ओर सकारात्मक बदलाव लेकर आने वाला है। प्रगतिशील किसान, हरियाणा की शान मेला 10-12 मार्च चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में लगा रहेगा। अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर मौक़े का लाभ उठायें।