Edited By Deepak Paul, Updated: 12 Jan, 2019 02:49 PM
एक बार फिर शुक्रवार को वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया। पीएम 2.5 की स्तर 387 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार अभी स्थिति सुधरने की संभावना कम ही है। बरसात आने पर प्रदूषण का स्तर कम होगा।...
फरीदाबाद(दीपक): एक बार फिर शुक्रवार को वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया। पीएम 2.5 की स्तर 387 माइक्रोग्राम क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार अभी स्थिति सुधरने की संभावना कम ही है। बरसात आने पर प्रदूषण का स्तर कम होगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इसे रेड जोन यानि सेवियर श्रेणी में रखा है।
पिछले कई दिनों से प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना हुआ है। हालांकि राहत की बात ये है कि मौसम विभाग 12 जनवरी तक बूंदाबांदी की संभावना जताई है। इसकी वजह से प्रदूषण में कमी आने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक फरीदाबाद का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 387 रहा। मौसम इतना खतरनाक बना हुआ है कि स्वस्थ व्यक्ति को भी सांस लेने व आंखों में जलन की परेशानी हो रही है।
स्वस्थ लोगों को भी हो रही है परेशानीप्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने फरीदाबाद को प्रदूषण के मामले में रेड जोन यानि सेवियर में रखा है। इस समय इतना खतरनाक है कि स्वस्थ व्यक्ति को भी सांस लेने और आंखों में जलन की परेशानी बढ़ गई है। अस्पतालों में सांस संबंधी मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ओपीडी डबल हो गई है। डाक्टर्स ऐसे मौसम में सांस संबंधी मरीजों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दे रहे हैं। सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन, खांसी, साइनस, गले में इन्फेक्शन, अस्थमा, फेफड़ों से जुड़े रोग भी प्रदूषण की देन हो सकते हैं।