Edited By Punjab Kesari, Updated: 06 Jan, 2018 04:01 PM
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज मोरनी में बन रहे प्रदेश के पहले हर्बल फॉरेस्ट का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने हरड वाटिका मोरनी, अमलतास वाटिका और बेल वाटिका स्थलों पर जाकर हर्बल फाॅरेस्ट की कार्य प्रगति को जाना। थापली नेचर कैम्प के निरीक्षण के...
चंडीगढ़(ब्यूरो):मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज मोरनी में बन रहे प्रदेश के पहले हर्बल फॉरेस्ट का औचक निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने हरड वाटिका मोरनी, अमलतास वाटिका और बेल वाटिका स्थलों पर जाकर हर्बल फाॅरेस्ट की कार्य प्रगति को जाना। थापली नेचर कैम्प के निरीक्षण के दौरान मोरनी फोर्ट में बने म्यूजियम में क्षेत्र के लोगों ने मुख्यमंत्री को इस क्षेत्र के कुछ गांवों में पानी की समस्या से अवगत करवाया।
इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए मुख्यंमत्री ने अधिकारियों को मोरनी क्षेत्र में आ रही पेयजल की समस्या के समाधान के लिए पंचायतों में जहां वर्षा के जल का भंडारण किया जा सकता है, उन स्थानों की पहचान करने के निर्देश दिए, ताकि पीने व सिंचाई के पानी की समस्या को दूर करने के लिए डैम बनाए जा सकें। मुख्यमंत्री ने मोरनी के पुराने किले में नवनिर्मित संग्रहालय का दौरा किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के बच्चों को संग्रहालय का भ्रमण करवाएं, ताकि स्कूली बच्चों को पर्यावरण व जीव जन्तुओं के बारे में जानकारी मिल सके।