Edited By Punjab Kesari, Updated: 14 Jul, 2017 02:32 PM
किसान की बेटी कविता दलाल देश की ऐसी पहली महिला है जिसका डब्लयू डब्लयू ई टूर्नामेंट में सिलेक्शन हुआ है।
जींद (विजेंद्र कुमार):किसान की बेटी कविता दलाल देश की ऐसी पहली महिला है जिसका डब्लयू डब्लयू ई टूर्नामेंट में सिलेक्शन हुआ है। घर वालों का कहना है कि उन्हें पूरा विश्वास है कि जीत के आवेगी उनकी बेटी अर सबने चित कर देगी। बेटी की जीत के लिए परिजनों ने घर पर हवन यज्ञ भी किया।
जानिए अब तक कैसे अपने मुकाम तक पहुंची
जींद जिले के मालवी गांव की कविता ने 2002 में फरीदाबाद में वेट लिफ्टिंग का प्रशिक्षण लेना शुरू किया। 2003 में बरेली से प्रशिक्षण लिया। 2004 में लखनऊ से प्रशिक्षण लिया जो 2007 तक जारी रहा। 2007 में नेशनल वेट लिफ्टिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता। 2008 में फिर जीता। 2010 में नेशनल वूसो चैंपियनशील में गोल्ड जीता। 2011 में राष्ट्रीय खेलों में गोल्ड जीता। 2013-14 में नेशनल भारोत्तोलन में गोल्ड जीता। 2015 में केरल में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में गोल्ड जीता। 2016 में गुवाहटी में आयोजित साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड जीता। भारतीय लिबास में सी.डब्लयू.ई. के रिंग में उतरकर अपनी पहली फाइट में नेशनल रेसलर बुलबुल को रिंग में चित करके सुर्खियों में आई कवितापर अब सबकी नजरें टिकी है। 30 साल की कविता दलाल देश की पहली ऐसी महिला रेस्लर है जो डब्लयू.डब्लयू.ई. टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी।
हम आपको बता दें कि कविता दलाल ने खली से ट्रेनिंग ली हुई है और उसे लेडी खली के नाम से भी जाना जाता है | सिलेक्शन के बाद परिजनों में खुशी का माहौल है। घर वाले फूले नहीं समा रहे। घरवालों का कहना है कि कविता ने खूब मेहनत की है और कविता को उसकी मेहनत का रिजल्ट जरूर मिलेगा। सबको चित करके आवेगी और जीतकर आवेगी। कईं देशों में से जीतकर आई है। इस बार भी जीतकर आवेगी।