Edited By Punjab Kesari, Updated: 03 Sep, 2017 01:32 PM
पलवल जिले में एक नाबालिग लड़की के अपहरण, गैंगरेप अौर बेचे जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता द्वारा उसे अलग-अलग तीन स्थानों
पलवल(गुरुदत्ता गर्ग): पलवल जिले में एक नाबालिग लड़की के अपहरण, गैंगरेप अौर बेचे जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता द्वारा उसे अलग-अलग तीन स्थानों पर ले जाकर गैंगरेप हुआ अंत में हिंदू परिवार को ढाई लाख रुपए में बेच दिया गया। जहां से वह मौका मिलते ही भागकर अपने घर पहुंची। जानकारी के अनुसार पलवल जिले के उपमंडल हथीन के गांव मामोलका निवासी विधवा की सत्रह वर्षीय लड़की का गांव के ही तीन लड़कों नस्सम, शाद अौर जम्मा ने 30 जून की रात में अपहरण कर रिजवान अौर एक अन्य युवक को हवाले कर दिया था। तीनों युवक उसी रात को घर वापिस आ गए थे। अगले दिन तीनों ने रिजवान अौर उसके एक साथी के साथ मिलकर पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद पीड़िता को राजस्थान के गांव जुरेहड़ा ले जाया गया, वहां से उसे झडोकरी फिर टपुकडा थाने के पुखरजी ले जाया गया। दो दिन तक उससे 5 युवकों द्वारा बारी बारी से सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद पीड़िता को दिल्ली ले जाकर बिजनौर की लीसा नामक महिला के हाथ सौंप दिया। पीड़िता ने कहा कि लीसा ने उन लड़कों को एक बैग देते हुए कहा कि इसमें आप लोगों के ढाई लाख रुपए हैं।
लड़की के अपहरण की बात सारे गांव में फैल गई। उस समय बात सामने आई कि नस्सम नामक युवक ने पीड़िता को मोबाइल फोन अौर सिम दिया था। जिससे वे बातें करते थे। शक के ही आधार पर ही नस्सम के परिवार पर लड़की को वापिस लाने के लिए दबाव बनाया गया। जिसके तहत दोनों पक्षों की कई बार पंचायतें भी हुई जिसमें लड़की को वापिस लाने का आश्वासन दिया गया लेकिन पीड़िता नहीं आई।
पुलिस का कहना है कि 2 जुलाई को गांव के 3 युवकों व अन्य के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया। परिजनों के द्वारा ही लड़की को थाने लाया गया है। लड़की के अदालत में 164 के ब्यान करा दिए गए हैं अौर मेडिकल परीक्षण कराया जा रहा है। किसी भी आरोपी को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है।
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि एक दिन उसके हाथ नींद की गोलियां लग गई। उसने नींद की गोलियां चाय में डालकर सभी को पिला दी। जब सभी बेहोश होकर सो गए तो उसने वहां से भाग कर महिला से मदद मांगी अौर पांच सौ रुपए लिए। महिला ने उसे दिल्ली की ट्रेन में बिठा दिया, जहां से वह हजरत निजामुद्दीन उतरी। वहां से वह पलवल आई फिर एक अॉटो में बैठकर अपने घर पहुंची। पीड़िता ने बताया कि जब वह मामोलका पहुंची तो तीनों युवक उसे मिले क्योंकि उसके भागने की खबर उनको लग चुकी थी। तीनों उसे अपने घर ले गए जहां से वह भाग कर अपने घर पहुंची। पीड़िता ने पुलिस पर भी दूसरे पक्ष से पैसे लेकर मिले होने के आरोप लगाए हैं।