Edited By Updated: 28 Jun, 2016 04:10 PM
स्कूल में बच्चों की पिटाई करने पर रोक होने के बाद भी कई स्कूलों में इसका पालन
भिवानी (अशोक भारद्वाज): स्कूल में बच्चों की पिटाई करने पर रोक होने के बाद भी कई स्कूलों में इसका पालन नहीं किया जाता। एेसा ही एक मामला भिवानी में देखने को मिला, जहां एक टीचर के डर से 10वीं कक्षा की छात्र ने खौफनाक कदम उठाया।
बताया जाता है कि गांव फुलपुरा के निवासी 18 वर्षीय सुधीर अपने पड़ोस के ही गांव बौंद के एक निजी स्कूल में पढ़ता था। गर्मी की छुट्टियों से 2 दिन पहले सुधीर ने अपने स्कूल की एक मीनाक्षी नामक अध्यापिका को अपने साथियों को कानी कह दिया। उसके साथियों ने यह बात अध्यापिका को बता दी।
मृतक के पिता का आरोप है कि इसके बाद अगले दिन उक्त अध्यापिका मीनाक्षी ने सुधीर को कमरे में बंद करके उसकी पिटाई की।
कल जब गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूल खुला तो मीनाक्षी ने एक बार फिर सुधीर की पिटाई की। इसके बाद आज मंगलवार सुबह 4 बजे सुधीर ने स्कूल जाने व वहां मीनाक्षी टीचर की पिटाई के डर से जहर खा लिया, जब उसे उल्टी लगी तो परिजन उसे चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल उचार के लिए लेकर आए, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
सुधीर के पिता मुकेश कुमार ने बताया कि घर से अस्पताल लाते समय सुधीर से जहर खाने का कारण पूछा तो उसने मैडम टीचर की पिटाई का डर बताया। मृतक के पिता ने मिनाक्षी टीचर के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज करवाया है। वहीं जांच कर रहे ए.एस.आई. रणबीर सिंह ने बताया कि मृतक के पिता के बयान पर मीनाक्षी टीचर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जाएगी।