Edited By Updated: 17 Oct, 2016 02:03 PM
रेवाड़ी में रेहड़ी वालों को उजाडऩे के परिणामस्वरूप कर्ज के बोझ से दबे एक रेहड़ी चालक युवक नितिन द्वारा जहर खाकर की गई आत्महत्या
रेवाड़ी (गंगाबिशन): रेवाड़ी में रेहड़ी वालों को उजाडऩे के परिणामस्वरूप कर्ज के बोझ से दबे एक रेहड़ी चालक युवक नितिन द्वारा जहर खाकर की गई आत्महत्या पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने शोक प्रकट किया।
विद्रोही ने कहा कि कर्ज के बोझ से दबे नीतिन की हताशा में जहर खाकर की गई। आत्महत्या से स्पष्ट है कि गरीब का भरोसा भाजपा सरकार से उठ चुका है। यदि लोगों पर सरकार पर भरोसा होता तो अतिक्रमण के नाम पर नितिन आत्महत्या नहीं करता। ऐसा नहीं है कि रेवाड़ी सहित प्रदेश के अन्य शहरों में कांग्रेस शासन में अतिक्रमण से रेहड़ी चालकों को नहीं हटाया गया हो परंतु कांग्रेस शासन में तो किसी रेहड़ी चालक ने इस तरह आत्महत्या नहीं की थी, क्योंकि उस समय उजड़े लोगों को वैकल्पिक स्थान दिया गया ताकि वे अपनी रोजी-रोटी कमा सकें।
उन्होंने कहा कि अतिक्रमण के नाम पर रेहड़ी चालकों को उजाड़ तो दिया गया लेकिन उजाडऩे से पहले उनके लिए वैकल्पिक स्थान का बंदोबस्त नहीं किया गया। विद्रोही ने सरकार से मांग की कि नितिन के परिवार को 20 लाख रुपए का मुआवजा दे व उजाड़े गए रेवाड़ी के रेहड़ी वालों को तत्काल वैकल्पिक स्थान दें।