Edited By Manisha rana, Updated: 29 Nov, 2021 11:10 AM
देश में कई जगह हुए उपचुनावों में भाजपा सरकार को हार का मुंह देखना पड़ा। अब भाजपा सरकार को यूपी चुनाव में भी हार का भय सता रहा है। इसीलिए उसने 3 कृषि कानूनों ...
बहादुरगढ़ : देश में कई जगह हुए उपचुनावों में भाजपा सरकार को हार का मुंह देखना पड़ा। अब भाजपा सरकार को यूपी चुनाव में भी हार का भय सता रहा है। इसीलिए उसने 3 कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया, लेकिन देश की जनता ने भाजपा को सबक सिखाकर सत्ता से बाहर करने का मन बना लिया है। यह कहना है इनैलो सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला का। वह इनेलो नेता बलवान सुहाग की पौत्री के विवाह समारोह में शामिल होने के लिए आए हुए थे।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए इनैलो सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा योग्यता, पारदर्शिता बरतने और खर्ची-पर्ची नहीं होने के दावे नाकाम हो गए हैं। आए दिन सरकार के नए-नए घोटाले उजागर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि एच.पी. एस. सी. का जो घोटाला सामने आया है, उससे तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई है कि न पर्ची- न खर्ची की बात करने वाली भाजपा गठबंधन सरकार नौकरियां बेचने के साथ-साथ योग्य बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि सरकार जब एक घोटाले को छिपाने की कोशिश करती है तो दूसरा सामने आ जाता है। एक साल में किसान इन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर सड़कों पर बैठे हैं, तब सरकार इन कानूनों को वापस नहीं ले रही थी, मगर कई हिमाचल, राजस्थान व हरियाणा में हुए उपचुनावों में हुई हार से अब इन्हें यू.पी. चुनाव में भी अपनी हार दिखाई दे रही है।
700 किसानों को शहीद का दर्जा देने की मांग
इनैलो सुप्रीमो चौ. ओमप्रकाश चौटाला ने केंद्र सरकार द्वारा संसद में तीनों कृषि कानून वापस लेने के साथ ही किसान आंदोलन में शहीद हुए 700 किसानों को शहीद का दर्जा देने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने, एम.एस.पी. पर लिखित कानून बनाने सहित किसानों की अन्य मांगों को पूरा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता अब भाजपा का असली चेहरा पहचान चुकी है। इस मौके पर इनैलो के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी, मोहित चतर सिंह, राजबीर परनाला, जगबीर सुहाग, सतबीर मास्टर, आजाद सुरेश, सुंदर, बोरेंद्र कादियान, राज जून, पार्षद शशि कुमार, राजेंद्र पूनिया सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)