Edited By Shivam, Updated: 05 Mar, 2019 12:57 PM
रतिया में नगर पालिका के ऑनलाइन टैंडरों में घपलेबाजी को लेकर शहर के पार्षदों का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री के एक और सुधार कार्यक्रम के प्रोजैक्ट डायरैक्टर रॉकी मित्तल से मिला और न.पा. अधिकारियों के खिलाफ घपलेबाजी की शिकायत करते हुए कार्रवाई करने की मांग...
रतिया (झंडई): रतिया में नगर पालिका के ऑनलाइन टैंडरों में घपलेबाजी को लेकर शहर के पार्षदों का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री के एक और सुधार कार्यक्रम के प्रोजैक्ट डायरैक्टर रॉकी मित्तल से मिला और न.पा. अधिकारियों के खिलाफ घपलेबाजी की शिकायत करते हुए कार्रवाई करने की मांग की। मित्तल ने पार्षदों को आश्वासन दिया कि वह रतिया में टैंडरों की घपलेबाजी का मामला मुख्यमंत्री व नगर विकास मंत्री के संज्ञान में लाएंगे और घपलेबाजी की जांच करवाकर जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करवाएंगे।
पार्षदों द्वारा दिए ज्ञापन में न.पा. की उप चेयरपर्सन सर्वजीत कौर के प्रतिनिधि जगराज सिंह नंबरदार, पार्षद सुरेंद्र बाजीगर, नवनीत गर्ग, गुरप्रीत गोरा, हरजिंद्र सिंह, अमरजीत बाजीगर, हरवीर सोनी तथा अन्य शहरवासियों ने आरोप लगाया कि रतिया न.पा. के कुछ अधिकारी अपने चहेते ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए ऑनलाइन टैंडरों में घपलेबाजी कर रहे हैं जिस कारण शहर का विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ समय पहले शहर के सभी वार्डों के विकास कार्यों के लिए करोड़ों रुपए के टैंडर लगाए गए थे, लेकिन न.पा. के कुछ अधिकारियों ने अपने एक चहेते ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए उक्त ठेकेदार के टैंडर को छोड़कर शहर के सभी वार्डों के टैंडरों को मनमाने तरीके से रद्द कर दिया।
इतना ही नहीं उक्त ठेकेदार के टैंडर को ज्यादा रेट पर भी मंजूरी देकर खुलवा दिया गया, जबकि एक ही दिन में लगाए गए शहर के अन्य वार्डों के टैंडरों को रद्द कर दिया गया। पार्षदों ने आरोप लगाया कि न.पा. के अधिकारियों ने पूरे शहर की अनदेखी कर दोबारा से जो विकास कार्यों के टैंडर लगाए हैं उनमें पुराने किसी भी टैंडर को नहीं लगाया गया, जिस कारण शहर के सभी वार्डों में विकास कार्य रुक कर रह गए हैं। पार्षदों ने मांग की कि रतिया न.पा. के टैंडरों में घपलेबाजी की जांच करवाकर कड़ी कार्रवाई की जाए तथा शहर के सभी वार्डों में समान रूप से विकास कार्य करवाने के लिए पुन: टैंडर लगवाए जाएं।