Edited By Shivam, Updated: 19 Dec, 2018 09:18 PM
भिवानी में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार पर बदनाम कर निजीकरण करने का बड़ा आरोप लगाया है। कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि सरकार ओवरटाईम व गांवों में बसों का ठहराव बंद कर रोडवेज विभाग को बदनाम कर रही है, ताकि जनता को गुमराह कर...
भिवानी(अशोक भारद्वाज): भिवानी में रोडवेज कर्मचारियों ने सरकार पर बदनाम कर निजीकरण करने का बड़ा आरोप लगाया है। कर्मचारी नेताओं का आरोप है कि सरकार ओवरटाईम व गांवों में बसों का ठहराव बंद कर रोडवेज विभाग को बदनाम कर रही है, ताकि जनता को गुमराह कर आसानी से निजीकरण किया जा सके। रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने बुधवार को बस स्टैंड पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल कर नारेबाजी की।
कर्मचारी नेता ओमप्रकाश ग्रेवाल ने बताया कि सरकार ने साजिश के तहत ऑॅवरटाईम बंद कर दिया, जिसके बाद अकेले भिवानी जिला में रोजाना टिक्कटों की बिक्री 15 लाख रुपये की जगह केवल 7-8 लाख रुपये रह गई है। इसके बाद रोङवेज बसों के रोजाना के चक्कर भी कम हो गए हैं, जिससे यात्री परेशान हैं। गांव में बसों का ठहराव बंद कर दिया ताकि जनता परेशान हो और रोडवेज का विरोध शुरु करे।
उन्होंने कहा कि सरकार की इन नीतियों को लागू कर रोङवेज को घाटे में ला रही है और जनता को परेशान कर रही है। उन्होने कहा कि इसके पीछे सरकार की साजिश है ताकि रोडवेज को बदनाम कर व घाटे में दिखा कर जनता को रोडवेज के विरोध में खड़ा कर आसानी से नीजिकरण किया जा सके।