Edited By Isha, Updated: 06 Dec, 2019 11:30 AM
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब को नसीहत दी है कि वह सतलुज यमुना सम्पर्क (एसवाईएल) नहर मुद्दे पर उनकी विनम्रता को अन्यथा में न लें। इस मामले में जब उच्चतम न्यायालय
चंडीगढ़(धरणी)- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंजाब को नसीहत दी है कि वह सतलुज यमुना सम्पर्क (एसवाईएल) नहर मुद्दे पर उनकी विनम्रता को अन्यथा में न लें। इस मामले में जब उच्चतम न्यायालय ने फैसला हरियाणा के हक में दिया है तो पंजाब इसके क्रियान्वयन में कोई न कोई नया बहाना बनाकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है।
खट्टर आज यहां एसवाईएल नहर मुद्दे पर अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के उपरांत अपनी प्रतिक्रिया में यह बात कही। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को नई दिल्ली में केंद्रीय जल सचिव के साथ पंजाब और हरियाणा के मुख्य सचिवों की बैठक है। एसवाईएल नहर मामले में भी उच्चतम न्यायालय सम्भवत: तीन जनवरी, 2020 को अपना अंतिम फैसला देने जा रहा है।
मुख्यमंत्री को अधिकारियों को इस बात के भी निर्देश दिए कि पंजाब सहित अन्य पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के साथ जितने भी छोटे-बड़े मुद्दे हैं उनकी तुरंत एक सूची तैयार करें। आगामी 14 दिसम्बर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ उनकी एक बैठक तय है। उन्होंने कहा कि पंजाब पराली और प्रदूषण के मुद्दे पर भी हरियाणा को निशाना बनाकर देश को गुमराह कर रहा है।