पंचकूला में एजुसिटी, मेडिसिटी और फिल्म सिटी बनाने के लिए योजनाएं तैयार: गुप्ता

Edited By Shivam, Updated: 19 Jun, 2021 08:41 PM

plans are ready for making education medicity and film city in panchkula

हरियाणा की मिनी राजधानी यानि पंचकूला अब विकास के क्षेत्र में एक अनोखा इतिहास रचने के नजदीक है। इसमें न केवल एक आध क्षेत्र बल्कि हर क्षेत्र के अंदर अद्भुत विकास कुछ समय के बाद ही देखने को मिलेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में यहां के लिए...

पंचकूला (धरणी): हरियाणा की मिनी राजधानी यानि पंचकूला अब विकास के क्षेत्र में एक अनोखा इतिहास रचने के नजदीक है। इसमें न केवल एक आध क्षेत्र बल्कि हर क्षेत्र के अंदर अद्भुत विकास कुछ समय के बाद ही देखने को मिलेगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में यहां के लिए किए गए उद्घाटन और शिलान्यास भविष्य के पंचकूला और प्रदेश के लिए एक बेहतरीन फैसले साबित होंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय चौधरी भजनलाल द्वारा पंचकूला जिले का निर्माण किया गया था और वह पंचकूला को पेरिस बनाने का सपना देखा करते थे, लेकिन सपना साकार होने में लंबा समय लग गया। अब हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की मजबूत इच्छाशक्ति उनके इस सपने को साकार करने वाली साबित होगी। पर्यटन के क्षेत्र में पंचकूला का मोरनी क्षेत्र प्राकृतिक खूबसूरती से लबालब भरा है। साथ ही यह शिमला के बराबर हाइट पर स्थित होने के कारण बेहद आकर्षण का केंद्र है, लेकिन अनदेखी का शिकार बना जिला पंचकूला पर्यटकों को इतना लुभा नहीं पाया। अब इस क्षेत्र में हरियाणा सरकार पूरी तरह से मन बना चुकी है। युवाओं को लुभाने के लिए पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग इत्यादि की व्यवस्था के साथ-साथ आयुर्वेद से जुड़े लोगों के लिए भी बड़े स्तर पर काम किया जा रहा है।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हरियाणा में मात्र मोरनी का क्षेत्र एक ऐसा हिल स्टेशन है जो शिमला जितनी हाइट पर स्थित है, लेकिन इस स्थान की आज तक अनदेखी हुई है। अगर 15 साल पहले इस पर काम किया जाता तो यहां आज बेहतरीन टूरिज्म होता। मुख्यमंत्री महोदय ने घोषणा की है कि रविवार 20 जून को मोरनी में पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग व अन्य जो भी एडवेंचर स्पोट्र्स हैं उन पर काम किया जाएगा, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री करने जा रहे हैं। छापली हमारा एक अच्छा फॉरेस्ट का रेस्ट हाउस था। अब उसे पंचकर्मा के स्थान के रूप में विकसित करने की शुरुआत हो चुकी है। वहां लगभग 24 कोटेज है। उनकी स्थिति ठीक होने पर वहां नेचर केयर का सेंटर डिवेलप होने जा रहा है। साथ ही नक्षत्र वाटिका और आयुर्वेदिक मेडिसिन प्लांट लगाने के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में एरिया मार्क किए गए हैं। इससे मोरनी क्षेत्र में मेडिकल टूरिज्म के नाते प्रसिद्ध होगा।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पंचकूला का इंटीग्रिटी डेवलपमेंट प्लान पर पिछले 6 माह से लगातार चर्चा चल रही थी। पंचकूला को एक प्लैंड सिटी के रूप में विकसित करने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री महोदय ने सभी अधिकारियों से चर्चा की। मैं मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करता हूं कि गुरुग्राम और फरीदाबाद के बाद पंचकूला को पंचकुला मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी नाम से जो संस्था मिली है। मैं समझता हूं कि सीएमडीए बनने के पश्चात पंचकूला का बेहतरीन और प्लैंड तरीके से विकास हो पाएगा। आज तक हर विभाग जैसे एचएसवीपी, नगर निगम, हाउसिंग बोर्ड, मार्केटिंग बोर्ड यह सभी अपने अपने तरीके से काम करते थे। अब डिवेलपमेंट अथॉरिटी के अंतर्गत सभी विभाग मिलकर काम करेंगे। जिससे काम में तेजी भी आएगी और अच्छे ढंग से तय समय में काम हो पाएगा।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि पंचकूला के लिए बने इंटीग्रिटी प्लान के तहत एक ऐजुसिटी, एक मेडिसिटी और एक फिल्म सिटी के नाते विकास की योजनाएं बन चुकी हैं, जमीन चिह्नित हो चुकी है। जैसे मेडिसिटी के तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के बड़े अस्पताल यहां होने चाहिए, ताकि लोगों को अच्छा इलाज मिल सके। मुख्यमंत्री महोदय ने बड़े अस्पतालों को पंचकूला में स्थापित करने के लिए प्लाटों की जल्द ऑक्शन करने के लिए घोषणा की है। 300 बेड के हमारे सरकारी अस्पताल में अब 200 बेड मदर चाइल्ड और शामिल होगा, जिसका शिलान्यास हो गया है। अब यह अस्पताल 300 की जगह 500 बेडिड़ हो गया। इससे लोगों को काफी फायदा मिलेगा। इस समय पंचकूला के अस्पताल में सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कोई कमी नहीं है। हमारे पास हार्ट की दृष्टि से, सर्जन, ऑर्थो के बेहतरीन डॉक्टर हैं।आज यहां किसी भी डॉक्टर की कमी नहीं दिखती।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि अभी तक और विकास की दृष्टि से यहां ध्यान नहीं गया था। अब मुख्यमंत्री ने सरकारी पेट्रोल पंप लगाने के आदेश कर दिए हैं। साथ ही वहां मोबाइल कनेक्टिविटी कम होने के कारण एक टावर भी जल्द लगाने की तैयारी हो रही है। बाकि टूरिज्म जाने के बाद उनकी जरूरतों के अनुसार विकास के कार्य करवाए जाते रहेंगे। पैराग्लाइडिंग के जरिए यूथ आकर्षित होगा। सड़कों को चौड़ा करने के आदेश हो चुके हैं। करोड़ों रुपए का खर्च आएगा। जिससे पर्यटकों को आने-जाने में दिक्कत ना हो। सड़कों पर लाइट लगाने के भी प्रबंध किए जा रहे हैं। पर्यटन विभाग यहां टूरिस्ट के लिए पंचकूला बेस पॉइंट बनाएगा। ताकि पर्यटकों को रुकने के लिए- ठहरने के लिए कम पैसों में अच्छे कमरे मिल सके। जिसमें टूरिज्म का कार्यालय भी होगा। इसके परिणाम कुछ समय बाद ही देखने को मिलेंगे।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हमारे यहां 6 ऐसे स्कूल हैं, जिनमें अभिभावक अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों से हटाकर पढ़ाना चाहते हैं। यह मॉडल संस्कृति स्कूल इंग्लिश मीडियम है। हमारे यहां 7 कॉलेज हैं। मैंने पंजाब यूनिवर्सिटी में जो हमारा हिस्सा है, वह हमें मिलना चाहिए, यह भी मांग की थी। राष्ट्रीय स्तर पर जो एजुकेशन पॉलिसी आई है, उसके तहत हर जिले में यूनिवर्सिटी अवश्य होनी चाहिए, पंचकूला जिले में भी एक यूनिवर्सिटी बने। हमारे यहां सेक्टर एक में सरकारी कॉलेज है मैंने प्रिंसिपल से निवेदन किया था कि इस कॉलेज को हम यूनिवर्सिटी के रूप में अडॉप्ट करें। इसके अलावा प्राइवेट बड़े संस्थान जैसे डीएवी और एसडी भी यहां प्राइवेट यूनिवर्सिटी के लिए इच्छा जता चुके हैं।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि खेल की दृष्टि से पिछले चार-पांच साल में जितने कार्य पंचकूला में हुए, शायद पहले  कभी नहीं हुए। हमने अभी पंचकूला में अंतरराष्ट्रीय स्तर का मल्टीपरपज हॉल 32 करोड़ की लागत से बनवाया है। जिसमें इंडोर 4000 लोगों की कैपेसिटी है। इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर के 12 गेम्स हो सकते हैं। बैडमिंटन, हॉकी, वॉलीबॉल यह 3 गेम्स की एक्सीलेंसी सेंटर पंचकूला के लिए मंजूर हो चुका है। राष्ट्रीय स्तर का खेल खेलो इंडिया का आयोजन भी पंचकूला में नवंबर-दिसंबर में होने जा रहा है। इस आयोजन के बाद खेलों के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर में भारी इजाफा होगा। हमने अपना क्रिकेट स्टेडियम वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन को दिया है। वह इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बना रही है, काम चल रहा है। खेलों की दृष्टि से पंचकूला पहले भी आगे रहा है। यहां से बहुत से खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल के आ चुके हैं। खेलो इंडिया आने के बाद यहां के खिलाडिय़ों को  बहुत प्रोत्साहन मिलेगा।

ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल के दौरान कुछ निजी अस्पतालों ने सरकार की गाइडलाइंस की अनदेखी करते हुए, सरकार द्वारा तय रेट्स और डायरेक्शंन को न मानतेेे हुए मनमाने केेेे रेट वसूले। इसकी बहुत शिकायतें उन तक पहुंची। पंजाब तक से शिकायतें आई, जिसकी सूचना मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को दी गई। जिसे लेकर जिला स्तर पर एडीसी की अध्यक्षता में 4 सीनियर डॉक्टरस, एक ऑडिटर के साथ 8 सदस्य कमेटी का गठन किया गया, जो कि शिकायत वाले 1-1 बिल की बारीकी से जांच कर रहे हैं। बहुत सी जगह पर जहां बिल पांच लाख का बनना चाहिए था, वहां 18-18 लाख रुपए का बिल वसूला गया। इस प्रकार के 18 केसों में उपायुक्त द्वारा नोटिस दिए हैं। नोटिस का जवाब देने की अंतिम तिथि 18 निश्चित की गई है। जिन अस्पतालों का जवाब संतोषजनक नहीं पाया जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने के लिए हम संकल्पित हैं। क्योंकि बहुत से गरीब लोगों ने अपनी जमीन- अपने घर के गहने तक बेच कर इन लोगों को पेमेंट की है। गरीब व्यक्ति के साथ बहुत बड़ा जुल्म किया गया है। ऐसे लोगों को पैसे वापस मिलने चाहिए। इसके लिए हम संकल्प बद है। कुछ जगह पर अस्पतालों को सील भी किया गया है। कार्यवाही जारी है।

अगर मुख्यमंत्री मास्टर प्लान में से 5 फीसदी काम भी कर दे तो जाकर करूंगा उनका धन्यवाद: चंद्रमोहन
वहीं दूसरी तरफ पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा कि पंचकूला में सबसे अधिक विकास कार्य चौ. भजनलाल और कांग्रेस के शासनकाल में हुए। पंचकूला के किसी मोहल्ले-किसी गांव, किसी कोने किसी कॉलोनी में जाकर जनता से पूछ लो कि विकास किसने करवाए तो जवाब केवल चौ. भजन लाल के बारे में ही आएगा। चौ. भजन लाल नें आईटीआई, पॉलिटेक्निकल कॉलेज, सरकारी अस्पताल, डिस्पेंसरी, सड़कों का जाल और युवाओं के रोजगार के लिए बहुत से काम करवाए। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में 5 फ़ीसदी भी काम नहीं हुए। मेरी ज्ञान चंद गुप्ता जी को राय है कि मेरे बारे में सोचकर टाइम वेस्ट करने की बजाय पंचकूला के विकास के बारे में सोचें।

चंद्रमोहन ने कहा कि मेरे पिताजी चौ. भजन लाल पंचकूला को पैरिस बनाने की सोच रखते थे, लेकिन पंचकूला हमेशा भेदभाव का शिकार रहा। 2004 के बाद कांग्रेस के शासनकाल मे हुड्डा के नेतृत्व में पंचकूला में बहुत विकास कार्य किए गए। 70 सड़कें बनाई गई। अस्पतालों को अपग्रेड किया गया। सिंचाई के लिए नलकूप लगाए गए। हमने युवाओं को रोजगार दिए। मेरे पिताजी का सपना था कि पंचकूला को ऐसा बनाऊं कि अगर कभी राजधानी शिफ्ट होने की बात रहेगी तो पंचकूला सबसे टॉप पर रहे। इसी दिशा में यहां बहुत से सरकारी कार्यालय- बहुत से डायरेक्टरेट बनाए गए।

चंद्रमोहन ने कहा कि आज हरियाणा के मुख्यमंत्री पंचकूला के लिए घोषणाएं और उद्घाटन कर रहे हैं। मास्टर प्लान का दावा कर रहे हैं, लेकिन अगर मुख्यमंत्री इसमें से 5 फीसदी काम भी कर दें तो मैं खुद जाकर उनका धन्यवाद करूंगा। सी एम ने बरौदा उपचुनाव के दौरान किए गए वायदों में से एक भी वायदा पूरा नहीं किया गया। यह केवल झूठी घोषणाएं कर लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिशों में लगे रहते हैं। चंद्रमोहन ने यह भी कहा कि आज पंचकूला का युवा बेरोजगार सड़कों पर घूम रहा है। सरकार को ऐसी पॉलिसी- ऐसी नीति-ऐसे कार्यक्रम बनाने चाहिए कि यहां पर बड़े-बड़े उद्योग स्थापित हो। डिस्काउंट देकर, टैक्स में रिबेट देकर उद्योगों को आकर्षित करें। सरकार की यह पॉलिसी होनी चाहिए। लेकिन इस सरकार के पास न तो पॉलिसी है, न हीं नियत है और  न हीं यह कुछ करना चाहते हैं। लेकिन अगर जनता की आशीर्वाद से कांग्रेस की सरकार भविष्य में बनी तो इस प्रकार के कार्यक्रम और नीतियां बनाई जाएंगी। जिससे बच्चों को रोजगार मिल सके। सरकार के दांत हाथी वाले दांत हैं जो दिखाने के कुछ और- खाने के कुछ है। पंचकूला ही नहीं प्रदेशभर में विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ, यह ग्राउंड रियलिटी है।

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