Edited By Rakhi Yadav, Updated: 15 Oct, 2018 02:23 PM
18 सिंतबर को हमेशा की तरह आयुष स्कूल की वैन से ही आ रहा था। जब वैन चावला कॉलोनी के मोड पर पहुंची तो वह वैन से उतरने लगा। इसी दौरान वैन चालक ने उसके नीचे उतरने से पहले ही वैन को ....
पानीपत(अनिल कुमार): 18 सिंतबर को हमेशा की तरह आयुष स्कूल की वैन से ही आ रहा था। जब वैन चावला कॉलोनी के मोड पर पहुंची तो वह वैन से उतरने लगा। इसी दौरान वैन चालक ने उसके नीचे उतरने से पहले ही वैन को चला दिया। जिस दौरान वह वैन से नीचे गिर गया और उसका पहिया उसके सिर से उतर गया। इसके बाद घायल को देवी मंदिर रोड स्थित निजी अस्पताल में ले जाया गया था। जहां से डॉक्टरों ने उसे बिशन स्वरूप कॉलोनी स्थित निजी अस्पताल में रेफर कर दिया। जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया। इलाज के लिए डॉक्टरों ने रुपए जमा करवाने की बात कही तो स्कूल प्रबंधन सदस्यों से संपंर्क किया गया।
उस समय स्कूल प्रबंधन सदस्य अस्पताल पहुंचे व हर तरह से संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। पिता का आरोप है कि स्कूल ने उनके स्कूल के लेटर हेड पर आयुष के ठीक होने तक लगने वाली राशि देने का लिखित प्रमाण दिया। लेकिन इलाज में खर्च ज्यादा आते देख स्कूल प्रबंधन सदस्यों ने और सहायता करने से मना कर दिया। अपना घर व ऑटो को बेच कर भी बच्चे के पिता ने हर संभव इलाज करवाया पर पैसे के अभाव में इलाज बीच में ही रुक गया। जिसके बाद पिता ललित उसे घर ले आया। जब इस बात की सूचना जिले के स्कूली बच्चों समाजसेवी संस्थाओं को मिली तो उन्होंने अपने तरीके से अभियान चलाकर हर संभव मदद के लिए पैसा एकत्रित करना शुरू कर दिया।
आयुष के इलाज के लिए लगभग 8 लाख की जरूरत थी पर 10 दिनों के अंदर इन समाजसेवी संस्थाओं व स्कूली बच्चों ने चौक पर आयुष को बचाना है। बोर्ड लगाकर पैसे इकट्ठा किए और स्कूली बच्चों ने आयुष को बचाने के लिए आपने बचाए गए पैसे अपनी गुल्लक से तोड़कर दिए। राह चलते हर रेडी वाले ने भी आयुष की मदद के लिए हाथ बढ़ाया। आज आयुष के इलाज के लिए लगभग 10 लाख रूपये इकट्ठा हो चुके हैं। अब बच्चे के पिता ने मांग की है कि उस बस चालक के खिलाफ कार्रवाई करें जो लापरवाही से बस चला रहा था।