Edited By Deepak Paul, Updated: 20 Feb, 2019 10:54 AM
मलिक गोत्र की गठवाला खाप के प्रमुख के रूप में दादा बलजीत सिंह मलिक ने मंगलवार को कहा कि खाप लिव इन रिलेशनशिप, विवाहेतर संबंध और समलैंगिक विवाह को सामाजिक, चारित्रिक और नैतिक पतन के रूप में देखने से इन्हें स्वीकार नहीं करती।
गोहाना(अरोड़ा): मलिक गोत्र की गठवाला खाप के प्रमुख के रूप में दादा बलजीत सिंह मलिक ने मंगलवार को कहा कि खाप लिव इन रिलेशनशिप, विवाहेतर संबंध और समलैंगिक विवाह को सामाजिक, चारित्रिक और नैतिक पतन के रूप में देखने से इन्हें स्वीकार नहीं करती। दादा बलजीत सिंह मलिक गठवाला खाप के संस्थापक दादा घासी राम मलिक की 150वीं जयंती पर शहर में बरोदा रोड पर स्थित मलिक भवन में सम्पन्न राष्ट्रीय स्तर के समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। समारोह में देश के विभिन्न प्रदेशों से बड़ी संख्या में मलिक प्रतिनिधि पहुंचे। खाप के उप दादा हर किशन मलिक अस्वस्थ होने से स्वयं नहीं पहुंच सके तथा उनकी नुमाइंदगी उनके बेटे राजेन्द्र मलिक ने की। समारोह में सर्वप्रथम पुलवामा के शहीदों को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।
समारोह में शादियों में दहेज लेने-देने और शराब का सेवन करने पर पाबंदी लगा दी गई तथा दिन के समय शादियां करने पर जोर दिया गया। गठवाला खाप अपनी महिलाओं को घूंघट प्रथा से पहले ही मुक्त कर चुकी है। इस पर एक लघु फिल्म भी बनी है। खाप ने कहा कि गांवों में नशा मुक्ति समितियों का गठन होगा जो युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत करवाते हुए इससे दूर रहने के लिए प्रेरित करेंगी।
गठवाला खाप के दादा बलजीत सिंह मलिक ने घोषणा की कि राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर मलिक का नाम रोशन करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने बेटियों के साथ दुष्कर्म की कड़ी भत्र्सना की तथा आरोपियों के सामाजिक बहिष्कार का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि खाप बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ उनकी खेल प्रतिभाओं को तराशने को प्रोत्साहित करेगी।