Edited By Deepak Paul, Updated: 11 Aug, 2018 12:51 PM
कांवड़ लेकर आए एक परिवार में उस समय मातम छा गया, जब उनके 14 वर्षीय लड़के की कांवड़ चढ़ाते समय करंट लगने से मौत हो गई। गांव रतनथल बास निवासी अनुसूचित जाति का सतीश कुमार हरिद्वार से पैदल चलकर कांवड़ लेकर आया था। खुशी से सराबोर सतीश के पूरे परिवार ने...
रेवाड़ी (वधवा): कांवड़ लेकर आए एक परिवार में उस समय मातम छा गया, जब उनके 14 वर्षीय लड़के की कांवड़ चढ़ाते समय करंट लगने से मौत हो गई। गांव रतनथल बास निवासी अनुसूचित जाति का सतीश कुमार हरिद्वार से पैदल चलकर कांवड़ लेकर आया था। खुशी से सराबोर सतीश के पूरे परिवार ने गांव के मंदिर में शिवजी को जलाभिषेक किया। तत्पश्चात सतीश का 14 वर्षीय पुत्र सुमित कुमार लाई हुई कांवड़ को मंदिर के गुम्बद पर बांधने के लिए ऊपर चढ़ा था।
मंदिर को लाइटों से सजाया गया था और तारों में करंट प्रवाहित हो रहा था। अचानक एक तार सुमित को छू गई जिससे उसको तेज झटका लगा और नीचे आ गिरा। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सुमित ने हाल में आई.टी.आई. की पढ़ाई कर रहा था। गांव रतनथल के सरपंच पुष्पेंद्र सिंह ने कहा कि यह बहुत ही गरीब परिवार है और सुमित की मौत से उस पर पहाड़ टूट गया है।