Edited By Punjab Kesari, Updated: 20 Nov, 2017 06:42 PM
कुरुक्षेत्र में बड़ी धूम-धाम से अंतरराष्ट्रीय गीता जंयती महोत्सव मनाया गया। इसमें पूरे भारत की संस्कृति एक छत के नीचे देखने को मिली। इसमें पंजाब, असम, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू और कश्मीर, सहित कई राज्यों के कलाकारों ने भाग लिया। कलाकारों की...
कुरुक्षेत्र(रणदीप रोर):कुरुक्षेत्र में बड़ी धूम-धाम से अंतरराष्ट्रीय गीता जंयती महोत्सव मनाया गया। इसमें पूरे भारत की संस्कृति एक छत के नीचे देखने को मिली। इसमें पंजाब, असम, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू और कश्मीर, सहित कई राज्यों के कलाकारों ने भाग लिया। कलाकारों की प्रतिभा ने मेले में अाए प्रर्यटकों को खूब लुभाया। पंजाब से अाए कलाकारों ने जागो और शम्मी नृत्य की प्रस्तुति पेश कर मेले में अाए प्रयटकों का दिल जीत लिया।
देश भर के कई राज्यों के कलाकारों ने सांस्कृतिक रंग बिखेरे और नृत्य के माध्यम से मनभावन प्रस्तुततियां दी।
जानकारी के अनुसार शम्मी नृत्य आजादी से पूर्व का लोक गीत है जो बटवारे के बाद पाकिस्तान की पंंजाबियत संस्कृति में रच बस गया था लेकिन पंजाब के कलाकरों ने शम्मी नृत्य परशोध किया और पंजाब की उस सांस्कृतिक कड़ी को दोबारा से जीवंत करने का काम किया है। उनकी माने तो लोकनृत्य ही एकता और सामाजिक भाईचारे का माध्यम है। दूर दराज से आए कलाकार एशिया के सबसे बड़े ब्रह्मसरोवर के तट पर अपनी प्रस्तुती पेश कर रहे हैं।