सरकार बिना एक पल की देरी किए कृषि कानूनों को रद्द कर किसानों की मांगों को स्वीकार करे: हुड्डा

Edited By vinod kumar, Updated: 03 Dec, 2020 08:14 PM

hooda said accept the demands of farmers by canceling agricultural laws

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से फेल है। समाज का कोई भी वर्ग इस सरकार से खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि आज देश का किसान अपनी जायज मांगों को लेकर...

फरीदाबाद (सूरजमल/अनिल राठी): हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कृषि कानूनों को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यह सरकार पूरी तरह से फेल है। समाज का कोई भी वर्ग इस सरकार से खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि आज देश का किसान अपनी जायज मांगों को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहा है। सरकार को बिना एक पल की देरी किए तीनों कृषि कानूनों को रद्दकर उनकी सभी मांगों को स्वीकार करना चाहिए।

PunjabKesari, haryana

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंदर सिंह हुड्डा वीरवार को हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल के भाई की श्रद्धांजलि सभा में पुष्प अर्पित करने पहुंचे। यहां उन्होंने विपुल गोयल के भाई के निधन पर शोक व्यक्त किया और परिवारजनों से मिलकर ढांढस बंधाया। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि विनोद गोयल जी एक अच्छे इंसान थे, जिनका इस उम्र में जाना गोयल परिवार के लिए एक बड़ी क्षति है। इसके अलावा वे विधायक नीरज शर्मा की ताई के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके आवास पर भी गए और यहां से लखन सिंगला के चाचा के निधन पर उनके घर पहुंचकर परिवारजनों से मिलकर अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट कीं। 

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने हरियाणा की गठबंधन सरकार की सहयोगी जजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने चुनाव और सरकार बनते समय चेताया था कि जजपा वोट किसी की और सपोर्ट किसी और का करेगी, आज उनकी एक-एक बात सही साबित हुई है। हुड्डा ने कहा कि जजपा कुर्सी और किसान में फर्क नहीं कर पा रही है। निजी स्वार्थ और सत्ता के लोभ में वो कुर्सी से चिपकी हुई है जबकि उन्हें किसानों का साथ देना चाहिए। किसान की पीड़ा से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। 

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार का रवैया किसानों के प्रति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। संविधान के दायरे में शांतिप्रिय ढंग से चल रहे किसान आंदोलन को दबाने के लिए हरियाणा में शांतिपूर्ण तरीके से केंद्र सरकार से अपनी बात कहने जा रहे आंदोलनकारी किसानों पर वाटर कैनन, आँसू गैस और लाठियां चालाई गईं। किसानो को अपनी जायज मांग के लिए दिल्ली आने से नहीं रोकना चाहिए था। अगर किसानों को पहले ही बिना किसी रोक-टोक के आने दिया होता तो अब तक यहाँ पहुंच कर फैसला भी हो गया होता। 

PunjabKesari, haryana

हुड्डा ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि सरकार किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज करा रही है। उन्होंने सरकार को चेताया कि जोर-जबरदस्ती से किसानों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता, उनके अधिकारों को छीना नहीं जा सकता। सरकार का दमनकारी रवैया आने वाले समय में उसे महंगा पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ सरकार बेमन से बातचीत का दिखावा कर रही है और दूसरी तरफ इन तीन किसान विरोधी कानूनों को सही भी ठहरा रही है। 

यही कारण है कि किसानों को सरकार की बात पर भरोसा नहीं हो रहा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी और एमएसपी से कम पर खरीदने वाले के लिए सजा का कानूनी प्रावधान जब तक नहीं होगा तब तक किसी कानून का किसानों के लिए कोई औचित्य नहीं है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!