Edited By Isha, Updated: 28 Sep, 2019 09:27 AM
हिसार की बेटी पर्वतारोही अनीता कुंडू ने शुक्रवार की सुबह 3 बजकर 20 पर नेपाल की 8163 मीटर उंची माऊंट मनासलू फतह कर तिरंगा फहराया। अनीता कुंडू विश्व की सबसे ऊंची चोटी माऊंट एवरेस्ट को
हिसार (ब्यूरो): हिसार की बेटी पर्वतारोही अनीता कुंडू ने शुक्रवार की सुबह 3 बजकर 20 पर नेपाल की 8163 मीटर उंची माऊंट मनासलू फतह कर तिरंगा फहराया। अनीता कुंडू विश्व की सबसे ऊंची चोटी माऊंट एवरेस्ट को 4 बार फतह कर चुकी है। सेवन समिट अभियान के तहत अनीता कुंडू ने अब विश्व की 5वीं ऊंची चोटी फतह कर ली है। अनीता द्वारा शुक्रवार सुबह माऊंट मनासलू की चोटी को फतह करने पर क्षेत्र के लोगों में खुशी का माहौल है। हरियाणा पुलिस में सब-इंस्पैक्टर के पद पर कार्यरत अनीता कुंडू नेपाल और चीन दोनों ओर से माऊंट एवरेस्ट की चोटी फतह करने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं। अनीता कुंडू हिसार की उकलाना तहसील के फरीदपुर गांव की रहने वाली हैं।
बर्फीले तूफान का किया था सामना
तीसरी बार माऊंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के दौरान अनीता कुंडू अपनी टीम के पर्वतारोहियों के साथ एवरेस्ट पर लगभग 22 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंच चुकी थी। अचानक मौसम बदल गया और बर्फीला तूफान आ गया था। जिससे उनके कैंप में नुक्सान हुआ और उनकी टीम बर्फीले तूफान में फंस गए। जिसके कारण उन्होंने फैसला किया वह वापस बेस कैंप जाएंगे। इस तूफान में उन्होंने बड़ी परेशानियों का सामना किया और जान जोखिम में डालकर वह किसी तरह से जान बचाकर बेस कैंप वापस पहुंचे थे। फिर से चढ़ाई शुरू कर उन्होंने अपना मुकाम हासिल किया था।
सैवन समिट अभियान पर है अनीता
अनीता कुंडू ने 2018 में अपने मिशन सैवन समिट मिशन की शुरूआत की थी। इसमें उनका लक्ष्य सातों महाद्वीपों की सातों ऊंची चोटियों फतह करना था। इनमें से 5 को उन्होंने फतह भी कर लिया है, जिनमें इंडोनेशिया, अफ्रीका, यूरोप, अमरीका व अंटार्कटिका शामिल हैं। अनीता कुंडू ने 2013 में नेपाल के रास्ते और 2017 में चीन के रास्ते माऊंट एवरेस्ट को फतह किया था। 2015 में वह चोटी तक नहीं पहुंच पाई थी और वापस लौट आई थी। वह इंडोनेशिया की कारस्टेन्स पिरामिड शिखर, यूरोप की एलबुर्स, अफ्रीका की किलिमंजारो, अंटार्कटिका की विन्सन को फतह करने में कामयाब हो चुकी हैं। अमरीका की माऊंट देनाली पर भी अनीता ने चढ़ाई की और फतह करने ही वाली थी कि एक बर्फीले तूफान ने उनके कदमों को रोक लिया था।a