Edited By Isha, Updated: 01 Mar, 2020 09:04 AM
प्री बजट मंथन से ‘अमृत’ निकलने की आस लगाए बैठे अधिकांश विधायकों की काफी मुरादें पूरी हो गई हैं। बजट में करीब 70 फीसदी सुझावों को शामिल करने से विधायकों में खासा उत्साह.....
चंडीगढ़ : प्री बजट मंथन से ‘अमृत’ निकलने की आस लगाए बैठे अधिकांश विधायकों की काफी मुरादें पूरी हो गई हैं। बजट में करीब 70 फीसदी सुझावों को शामिल करने से विधायकों में खासा उत्साह है। खास बात यह है कि कई विपक्षी विधायकों के अहम सुझावों को भी मुख्यमंत्री ने बजट में शामिल कर दूरदर्शिता का संदेश दिया है। बजट पढ़ऩे दौरान मुख्यमंत्री ने संबंधित सुझाव देने वाले विधायकों के नाम का जिक्र भी किया।
बकौल मुख्यमंत्री बजट में सुझाव शामिल करते हुए यह नहीं देखा कि सत्तापक्ष के विधायक ने दिया या विपक्ष के। करीब 52 विधायकों के अहम सुझावों को जरूरत मुताबिक शामिल करने का प्रयास किया गया। भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का पहला बजट कई मायनों में खास रहा है। हालांकि प्री बजट मंथन कार्यक्रम को लेकर विपक्षी दलों के विधायकों ने कई सवाल खड़े किए लेकिन मुख्यमंत्री ने बजट में सुझावों की झलक दिखाकर साबित कर दिया कि सिर्फ दिखावा नहीं था।
मेरे सुझावों को बजट में मिली खास अहमियत : सुधा
कुरुक्षेत्र से भाजपा विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि प्री बजट मंथन में उनके दो अहम सुझावों को बजट में जगह मिली है। मुख्यमंत्री ने जहां सरकारी स्कूलों की चारदीवारी का प्रावधान तय किया है वहीं कुरुक्षेत्र को बाईपास की सौगात मिली है। इसके अलावा कृष्णा सर्किट के लिए बजट का प्रावधान किया गया है।
प्लेवे स्कूल का सुझाव रहा अहम : मिड्ढा
जींद से भाजपा विधायक डा. कृष्ण कुमार मिड्ढा ने कहा कि प्री बजट मंथन में आंगनबाड़ी सैंटरों में प्लेवे स्कूल बनाने का सुझाव दिया था जिसे मुख्यमंत्री ने बजट में शामिल किया। उनके क्षेत्र जींद को भी बजट में कई तरह की सौगात मिली है।