Edited By Isha, Updated: 27 Jan, 2021 09:56 AM
देश भर मे मनाए जा रहे आज 72वे गणतंत्र दिवस का जहाँ तीन कृषि का कानूनों को ले कर दिल्ली में किसान अप्रत्यक्ष रूप में सरकार का विरोध कर रहे है वही आज ऐलनाबाद में स्वतन्त्रता सेनानियों के वारिसों ने उन्हें स्थानीय प्रशाषन द्वारा किसी भी प्रकार...
ऐलनाबाद(सुरेन्द्र सरदाना ): गणतंत्र दिवस पर तीन कृषि का कानूनों को ले कर दिल्ली में किसान अप्रत्यक्ष रूप में सरकार का विरोध कर रहे है वहीं ऐलनाबाद में स्वतन्त्रता सेनानियों के वारिसों ने उन्हें स्थानीय प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का निमंत्रण न देने के सवैधानिक तरीके से प्रशासन के प्रति अपना रोष जताया। प्रशासन द्वारा गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में स्वतन्त्रता सेनानियों के वारिसों के लिए मंच पर आरक्षित रखी गई कुर्सियो पर न बैठ नीचे धरती पर बैठ कार्यक्रम में शिरकत की ।
मंच के नज़दीक धरती पर बैठ कार्यक्रम देख रहे स्वतन्त्रता सेनानी सरदार रावेल सिंह के पुत्र व स्वतन्त्रता सेनानी व शहीद परिवार संघ हरियाणा के अध्यक्ष एडवोकेट जगतार सिंह रन्धावा ने रोष प्रगट करते हुए कहा कि स्थानीय प्रशाषन द्वारा इस कार्यक्रम में उन्हें न बुला कर उनका अपमान किया है । आज गणतंत्र दिवस का पर्व उनके बुजुर्गों द्वारा दी गई कुर्बानियों के चलते मनाया जा रहा है लेकिन उनके बलिदान को भुला दिया गया है । उन्होंने कहा कि बेशक मंच पर उनके लिए कुर्सियां आरक्षित की गई है लेकिन उन्हें बिना आमंत्रण मिले वह सभी उन कुर्सियों पर नहीं बैठे ।
इस विषय को ले कर जब ऐलनाबाद के तहसीलदार अजय कुमार से बात की गई तो पहले तो वह अगल बगल झांकने लगे व उनके साथ खड़े कानूनगों राजेन्द्र जांगड़ा ने बात सम्भालते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की विधवाओं को इस कार्यक्रम में बुलाया गया है । जब तहसीलदार से इस बात को ले कर दोबारा पूछा गया तो उन्होंने माना कि प्रशासन से उन्हें बुलाने की भारी चूक हुई है जो कि भविष्य में ध्यान रखा जाएगा