Edited By Nisha Bhardwaj, Updated: 04 May, 2018 10:03 AM
फसल का मुआवजा न मिलने से किसानों में रोष है। जिसके चलते आज लिलोढ़ के किसानों ने प्लांट में माल के लिए जाने वाली सुधराना-झाड़ली रेल लाइन को बंद कर दिया है। जानकारी के अनुसार झाड़ली बिजली प्लांट के पास किसानों की एकड़ जमीन है। जिसकी वजह से जमीन खेती...
रेवाड़ी(मोहिंदर भारती): पॉवर प्लांट के कैमिकल युक्त पानी ने खेती की भूमि को बंजर बना दिया। जिसके चलते लिलोढ़ गांव के किसानों के सिर पर रोटी-रोजी का संकट मंडराने लगा। किसानों ने मज़बूर होकर आज प्लांट में माल के लिए जाने वाली सुधराना-झाड़ली रेल लाइन को बंद कर दिया है। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बल मौके पर पहुंच गए लेकिन किसान अपनी जिद्द पर अड़े रहे और ट्रैक को खाली नहीं किया।
किसानों का कहना है कि या तो उनकी जमीन का उन्हें मुआवज़ा दो या फिर उन्हें मौत दे दो। झाड़ली पॉवर प्लांट पिछले पांच वर्षों से यहां स्थापित है जिससे निकलने वाले कैमिकल युक्त पानी से लगातार लिलोढ़ गांव की खेती की भूमि बंजर हो रही है। अब तक 100 एकड़ खेती की भूमि इसकी चपेट में आ गई है। भूमि बंजर होने से अब किसानों से सामने रोटी-रोजी का संकट मंडराने लगा है। किसान अपनी शिकायत से कई बार कम्पनी प्रबंधन व प्रशासन को अवगत करा चुके है। लेकिन उनकी शिकायत पर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया।
एक स्प्ताह पहले भी किसानों ने इसको लेकर सरकार को चेताया था कि उनकी मांग पर ध्यान दिया जाएं लेकिन समस्या अब गम्भीर हो गई है। किसानों के पास उनके बच्चों को पढ़ाने के लिए फ़ीस तक नहीं है क्योंकि फ़सल से ही उनके घर का चूल्हा चलता था।अब पॉवर प्लांट के कैमिकल युक्त पानी ने उनकी भूमि को बंजर बना दिया है। किसानों का कहना है किमज़बूर होकर उन्हें यह कदम उठाना पड़ रहा है। उनका कहना है कि या तो उन्हें उनकी भूमि का मुआवज़ा दिया जाएं या वो यहीं मरने को विवश हैं।