Edited By Isha, Updated: 07 Feb, 2020 05:55 PM
कोरोना वायरस चमगादड़ में पाया गया है लेकिन ये वायरस सीधे इंसान में नही आता। ये कहना पीजीआईएमएस के प्रोफ़ेसर ध्रुव चौधरी का है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि चमगादड़ो से घबराने...
रोहतक (दीपक) : कोरोना वायरस चमगादड़ में पाया गया है लेकिन ये वायरस सीधे इंसान में नही आता। ये कहना पीजीआईएमएस के प्रोफ़ेसर ध्रुव चौधरी का है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि चमगादड़ो से घबराने की जरुरत नहीं है क्योंकि चमगाड़ के बीमार होने पर ही ये एक दूसरे में ये वायरस फैलता है। गौरतलब है कि रोहतक के पर्यटक केंद्र तिलयार के पेड़ों पर लाखों चमगादड़ लटके है और वहाँ पर हर रोज हजारों सैलानी घूमने जाते है।
चाइना में फैले भयानक व जानलेवा वायरस कोरोना के प्रति लोगों की धारणा बनती जा रही है कि ये वायरस चमगादड़ ओर सांप से फैलता है ओर ये बात डॉक्टरों ने भी मान ली है कि कोरोना वायरस के लक्षण चमगादड़ में पाए गए है। लेकिन पीजीआईएमएस के प्रोफ़ेसर ध्रुव चौधरी ने इस मिथ्या पर विराम लगाते हुए कहा है कि चमगादड़ में कोरोना वायरस के लक्षण जरूर है लेकिन सभी चमगादड़ कोरोना वायरस नहीं फैलाते। उन्होंने कहा कि ये वायरस बीमार चमगादड़ से दूसरे पशु पक्षियों में फैलता है जिसके बाद ये वायरस इंसान में जाता है।
रोहतक के पर्यटक केंद्र तिलयार के पेड़ों पर लटकें हैं लाखों चमगादड़
ऐसे उन्होंने इसलिए कहा कि रोहतक के पर्यटक केंद्र तिलयार के पेड़ों पर लाखों चमगादड़ लटके हुए है और धीरे धीरे लोगों में ये धारणा बनती जा रही है कि कही यहाँ भी चमगादड़ों की वजह से कोरोना वायरस न फैल जाए। डॉ ध्रुव चौधरी का कहना है कि तिलयार पर कई वर्षों से चमगादड़ो का जमावड़ा है लेकिन इनसे कोई बीमारी नही फैली। उन्हीने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नही है। गौरतलब है कि रोहतक में भी कोरोना वायरस का एक सन्दिग्ध मिला है जो चाइना से आया जिसे डॉ ध्रुव चौधरी के नेतृत्व में पीजीआई में भर्ती किया है।