Edited By Isha, Updated: 01 Nov, 2019 02:05 PM
गैर हाजिर विद्यार्थियों पर मेहरबानी दिखाने वाले स्कूलों की मनमर्जी पर अब रोक लगने जा रही है। सी.बी.एस.ई. ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है जिसके अंतर्गत अब प्रैक्टिकल एग्जाम की भी होगी....
करनाल (नरवाल) : गैर हाजिर विद्यार्थियों पर मेहरबानी दिखाने वाले स्कूलों की मनमर्जी पर अब रोक लगने जा रही है। सी.बी.एस.ई. ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है जिसके अंतर्गत अब प्रैक्टिकल एग्जाम की भी होगी, जिसके अंतर्गत निजी स्कूलों उन शिक्षकों की वह मनमर्जी खत्म हो जाएगी जो गैर हाजिर विद्यार्थियों के भी नंबर लगाकर भेज देते थे। यही नहीं, यहां विद्यार्थियों के प्रायोगिक स्थिति का आंकलन भी बेहतर ढंग से हो सकेगा।
यह संभव इसलिए होगा क्योंकि अब परीक्षा के दौरान की वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। ऐसे में उन विद्यार्थियों को झटका लगेगा जो प्रैक्टिकल एग्जाम में नदारद रहकर जुगाड़ से इसे पास करवाने की जुगत में रहते हैं। यही नहीं, अगर किसी शिक्षक ने ऐसा करने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। इस बार स्कूलों में 15 दिसम्बर से 15 जनवरी तक प्रैक्टिकल एग्जाम होंगे। 10वीं एवं 12वीं के करनाल में करीब इस व्यवस्था से करीब 13 हजार विद्यार्थी प्रभावित होते हैं।
प्रैक्टिकल परीक्षा में कुछ ऐसे किए जाएंगे इंतजाम
प्रैक्टिकल परीक्षा में विद्यार्थी को उपस्थित होगा तभी उसके कार्य का आंकलन कर उसे अंक मिलेंगे। इसके लिए रजिस्टर में छात्रों की उपस्थिति की जाएगी। इसके अलावा भी छात्रों की उपस्थिति की जांच की जाएगी। संदेह होने पर छात्र के प्रवेश पत्र की तस्वीर से मिलान किया जाएगा। अगर जरा भी चूक हुई तो छात्र को परीक्षा से बाहर कर दिया जाएगा। कोई शिक्षक अगर इन परीक्षाओं के दौरान फर्जीवाड़े में लिप्त पाया जाएगा तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई होगी।