Edited By Punjab Kesari, Updated: 29 Oct, 2017 04:41 PM
दादुपुर नलवी नहर मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुलकर कहा कि इस प्रोजेक्ट का कोई उपयोग नहीं है इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि इसको आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। जिन किसानों को जमीन वापस चाहिए, देंगे। बाकी की जमीन का उपयोग करेंगे। सीएम मनोहर लाल...
करनाल(कमल मिड्ढा): दादुपुर नलवी नहर मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने खुलकर कहा कि इस प्रोजेक्ट का कोई उपयोग नहीं है इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि इसको आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। जिन किसानों को जमीन वापस चाहिए, देंगे। बाकी की जमीन का उपयोग करेंगे। सीएम मनोहर लाल रविवार को करनाल के विकास सदन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नहर नहीं यह तो बरसाती नाला है। बरसात के दिनों में दो महीने में इसमें पानी डालते हैं। अभी तक जो पानी डाला गया किसानों ने उससे सिंचाई की।
सीएम ने कहा कि इसमें फीडर व रजबाहे बनने चाहिए थे जो नहीं बनाए गए, इसलिए इस पर हजारों करोड़ रुपए बहाने का कोई फायदा नहीं। 1200 एकड़ जमीन एक्वायर इसलिए नहीं किया जा सका क्योंकि लोग विरोध में थे। इसका उपयोग ही नहीं है तो बनाने से क्या फायदा। दावा किया गया था कि यह नहर एक लाख से ज्यादा एकड़ की सिंचाई करेगी। इससे भूजल रिचार्ज होगा। दो महीने का पानी तो इस इलाके में बरसात का पानी ही बहुत होता है इसलिए किसानों के फायदे को देखते हुए सरकार ने इस प्रोजेक्ट को बंद कर दिया। सरकार के तीन साल पूरे होने के बाद चारों तरफ से सवालों की बौछार पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का काम विरोध करना होता है। वह अपना काम कर रहे हैं।