Edited By Shivam, Updated: 24 Jul, 2019 06:14 PM
करनाल में स्टेट विजिलेंस की जांच के बाद सरकार के आदेश पर रोडवेज किलोमीटर स्कीम में फ्रॉड करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रोडवेज में किलोमीटर स्कीम के तहत भरे गए टेंडर एक ही कम्प्यूटर से दो ठेकेदारों व ट्रेवल एजेंटो ने एक ही रेट...
करनाल (केसी आर्या): करनाल में स्टेट विजिलेंस की जांच के बाद सरकार के आदेश पर रोडवेज किलोमीटर स्कीम में फ्रॉड करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। रोडवेज में किलोमीटर स्कीम के तहत भरे गए टेंडर एक ही कम्प्यूटर से दो ठेकेदारों व ट्रेवल एजेंटो ने एक ही रेट के भरे थे। टेंडर करनाल व पानीपत में 30 बसों का मिला था।
हरियाणा में विपक्ष व कर्मचारियों द्वारा इस स्कीम में हुए स्केंडल की जांच की मांग की गई थी, जिसके बाद हरियाणा सरकार के भी होश उड़ गए थे कि किलोमीटर स्कीम में घोटाला हुआ है। जिसमें टेंडर छुड़वाने के लिए ठेकेदारों की मिलीभगत हो सकती है। जिसकी जांच के आदेश सरकार ने स्टेट विजिलेंस को दिए थे।
स्टेट विजिलेंस द्वारा की गई जांच में चौंकाने वाला सच सामने आया कि हरियाणा रोडवेज की किलोमीटर स्कीम के तहत जो टेंडर सरकार ने जारी किये थे उनको छुड़वाने के लिए हरियाणा में कई ठेकेदारों ट्रेवल एजेंटो ने पूल कर लिया था।
विजिलेंस ने पानीपत की दो कम्पनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसमें प्रीतपाल व नैंसी के खिलाफ सरकार के आदेश पर 420 व 120 बी के तहत मामला दर्ज कर जांच के आदेश दिए गए हैं। इनपर आरोप है कि इन्होंने एक ही कम्प्यूटर से एक रेट का टेंडर भरा था और ज्यादा रेट पर छुड़वाया था जो कि मिली भगत पाई जाने पर फ्रॉड करने व साजिश करने का आरोपी पाया गया, हरियाणा में दस लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।