Edited By kamal, Updated: 07 May, 2019 08:36 AM
केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह का अहंकार तो देखो वह समस्या का एक शब्द तक सुनने को तैयार नहीं हैंजनता प्यासी रहे...
हिसार (योगेंद्र): केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह का अहंकार तो देखो वह समस्या का एक शब्द तक सुनने को तैयार नहीं हैंजनता प्यासी रहे या बीमार मंत्री को इससे कोई सरोकार नहीं है। ऐसे लोगों को मंत्री बनाने का क्या फायदा जो लोगों की समस्याओं का हल करना तो दूर सुनने को भी तैयार नहीं हैं। यह बात दुष्यंत चौटाला ने कही साथ ही उन्होंने कहा कि जनता उसे ही चुनेगी जो उनकी बात सुनेगा। बीरेंद्र सिंह के व्यवहार से साफ है कि वह काम में नहीं बस चुनाव जीतकर सत्ता के नशे की खुमारी में डूबे रहना चाहते हैं।
यही कारण है कि सत्ता में शीर्ष पदों पर रहने के बावजूद उनके गांव के लोग आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। वोट मांगने के दौरान यदि केंद्रीय मंत्री का यह रवैया है,तो फिर जीतने के बाद तो इनसे बात करने का मतलब खुद मुसीबत मोल लेना है। हिसार के लोग इनकी राजनीति एवं इनकी सोच को समझते हैं। उन्हें 24 घंटे उनके बीच रहने वाला सांसद चाहिए और इसी के चलते वह इनके साथ खड़े नहीं हैं।