Edited By kamal, Updated: 26 May, 2019 09:17 AM
ओवरलोडिंग मामले हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर सामाजिक संगठनों का धरना शनिवार को भी जारी रहा। इसमें शामिल...
चरखी दादरी(पंकेस): ओवरलोडिंग मामले हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर सामाजिक संगठनों का धरना शनिवार को भी जारी रहा। इसमें शामिल अधिकारी व नेताओं की गिरफ्तारी के लिए धरना दे रहे संगठन पदाधिकारियों ने जल्द ही कार्रवाई की मांग उठाई। धरनारत लोगों का आरोप है कि ओवरलोडिंग भ्रष्टाचार के खेल में बड़े-बड़े अधिकारी व नेता शामिल हैं। जब तक बड़े स्तर पर इस मामले की जांच नहीं होगी, सभी अधिकारी व नेताओं का खुलासा नहीं होगा।
तब उनका संघर्ष जारी रहेगा। उनका आरोप है कि सरकार दबाव में कार्य कर रही है, जिस प्रकार से डी.सी. व आर.टी.ए. दादरी का तबादला हुआ है उससे अधिकारी संदेह के घेरे में तो हैं लेकिन तबादला ही काफी नहीं है। दूसरी तरफ ट्रक मालिकों ने भी शपथ पत्र के साथ आरोप लगाए हैं। ट्रक मालिकों में शामिल सोमबीर मारोत, धर्मेंद्र सांगवान अटेला, प्रदीप सांगवान ने बताया कि 2 साल पहले भी शपथपत्र के साथ तत्कालीन ए.डी.सी. आर.टी.ए. के खिलाफ शिकायत दी थी लेकिन शिकायत दबा दी गई और अधिकारियों ने सबसे पहले उनको ही शिकार बनाया।
शिकायत देने के बाद गाडिय़ों को टारगेट रखा जाता था। अवैध मंथली के इस कारोबार में बड़े नेता व अधिकारियों के शामिल होने के कारण उनकी शिकायतें व ज्ञापन की अनदेखी होती रही। वर्ष 2017 में सी.एम. फ्लाइंग की छापेमारी में दादरी में तत्कालीन एस.डी.एम. व आर.टी.ए. पर थाना शहर दादरी में मुकद्दमा दर्ज हुआ था। जो कि रिकार्ड में काफी खामियां थी उसके बावजूद सरकारी अमले जमले ने मिलीभगत कर उस मुकद्दमे को कैंसिल कर दिया।
उसके बाद अब रोहतक पुलिस की छापेमारी में करीब 60 लाख की अवैध वसूली की बरामदगी की जा चुकी है और आर.टी.ओ. कार्यालय के सचिव मनीष मदान, रविंद्र, अमित, सुरेंद्र राठी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इतनी बड़ी राशि अधिकारियों की मिलीभगत के बिना अवैध वसूली कर कर्मचारी या दलाल अपने पास रख लें। यह राशि तो केवल एक दिन की है। पिछले दो-तीन साल का अवैध मंथली का आंकड़ा देखें तो अरबों रुपए में है।
ट्रक मालिक शपथ पत्र के साथ शिकायत दे रहे हैं कि यह पैसा उनको डरा धमका कर उनसे लूटा गया है। अधिकारी व कर्मचारी गाड़ी बंद करने का भय दिखाकर व धमकाकर प्रतिमाह उनसे 10 से 15 माह हजार प्रतिमाह दे रहे थे। उनका आरोप है कि अगर वे पैसे नहीं देते तो अधिकारी व कर्मचारी गाडिय़ों को जब्त करवा देते थे। अब सामाजिक संगठनों व ट्रक मालिकों की मांग यह है कि इस मामले की जांच उच्च स्तरीय जांच एजैंसी से होनी चाहिए।
धरने के संचालक अधिवक्ता युद्धवीर तक्षक ने बताया कि अधिवक्ता संजीव गोदारा ने सांकेतिक अनशन शुरू कर दिया है। जोकि सरकार उचित कार्रवाई नहीं करती है तो सांकेतिक अनशन 2 दिन पश्चात आमरण अनशन में तब्दील हो जाएगा। उधर, ट्रक मालिक सोमबीर मारोत ने भी सांकेतिक अनशन शुरू कर दिया है। सोमबीर मारोत ने भी बताया कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती तो वह आमरण अनशन शुरू कर देंगे।
संजीव तक्षक ने बताया कि धरने को हरियाणा व्यापार मंडल का सहयोग मिला जिसमें प्रमुख रुप से बलराम गुप्ता, राजेश खजांची, मितेश, सुदेश वर्मा, कृष्ण फौगाट, अधिवक्ता अतुल गौतम, प्रमोद गुप्ता, सुमित सुहाग प्रयास गु्रप, विशाल डुडेजा, मंदीप कादयान, रॉकी, सत्य, सीताराम मानकावास, दिनेश झामरी, संजय साहू, कुलदीप सैनी, भूपेंद्र आर्य रामलवास, सुंदर शेर भागवी, सोमबीर तक्षक मैहड़ा, प्रवीण तक्षक भागवी, सुखदेव फौगाट, आदि लोगों ने समर्थन दिया।