Edited By Punjab Kesari, Updated: 07 Feb, 2018 12:55 PM
जींद में 15 फरवरी को होने जा रही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मोटरसाइकिल रैली को लेकर जाटों ने रैली रोकने का एेलान कर दिया। जिसके बाद मनोहर लाल सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने सभी पुलिस कर्मियों की छुट्टियां 18 फरवरी तक रद्द कर दी हैं।...
जींद(ब्यूरो): जींद में 15 फरवरी को होने जा रही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मोटरसाइकिल रैली को लेकर जाटों ने रैली रोकने का एेलान कर दिया। जिसके बाद मनोहर लाल सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने सभी पुलिस कर्मियों की छुट्टियां 18 फरवरी तक रद्द कर दी हैं। प्रदेश में छुट्टी पर गए पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को भी जल्द ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए हैं।
अमित शाह इस रैली के जरिये 2019 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी बिगुल बजाने आ रहे हैं। वहीं इस रैली में अड़चने पैदा करने की घोषणा करके अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उन्होंने शाह के सामने रैली टालने के लिए छह शर्तें रखी हैं। दरअसल, 18 फरवरी को जाट आंदोलन में शहीद हुए लोगों की याद में संघर्ष समिति बलिदान दिवस मनाने जा रही है। इस दिन कानून व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े, इसे लेकर सरकार सतर्क हो गई है।
वहीं, जाट नेताओं ने ये प्लान बनाया है कि उन्हें रेवाड़ी, दादरी और महेंद्रगढ़ से भाजपा की रैली में आने वाले लोगों को भिवानी में रोकना है। साथ ही फरीदाबाद, दिल्ली, गुरुग्राम और झज्जर से आने वाले लोगों को रोहतक में रोकने की योजना है।
इस स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने सभी पुलिस कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है। डीजीपी बीएस संधू का कहना है कि 18 फरवरी को जाटों ने बलिदान दिवस मनाने की घोषणा की है। सुरक्षा में कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी।